Edited By Vatika,Updated: 24 Jun, 2021 01:47 PM

कांग्रेसी विधायक फतेहजंग बाजवा ने पंजाब सरकार की तरफ से उनके बेटे को तरस के आधार पर दी गई
चंडीगढ़ : कांग्रेसी विधायक फतेहजंग बाजवा ने पंजाब सरकार की तरफ से उनके बेटे को तरस के आधार पर दी गई सरकारी नौकरी के बारे प्रैस कांफ्रैंस दौरान अहम खुलासे किए हैं। दरअसल, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने गत दिवस कहा था कि फतेहजंग बाजवा ने ख़ुद इस नौकरी से इंकार कर दिया है। यहां रखी प्रैस कांफ्रैंस के दौरान फतेहंजग बाजवा ने अहम खुलासा करते कहा कि जिस समय उनके बेटे रो नौकरी देने की बात शुरू हुई, उस समय ही इस बात पर राजनीति होने लग पड़ी थी।
इस दौरान फ़तेह बाजवा ने कैबिनेट मंत्री सुख सरकारिया, मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ को कहा कि वो अपने बेटों-भतीज़ों से अब ज़िला परिषद और फ़ार्मर कमीशन के पद छुड़वाए। .हमने मिसाल क़ायम की अब ये तीनों लीडर भी क़ायम करें । बाजवा का कहना है कि उन्होंने उसी समय घर में फैसला कर लिया कि वह यह नौकरी नहीं लेंगे। इसके बाद फतेहजंग बाजवा ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह को मैसेज करके नौकरी लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने 3 सदस्यता समिति को मिलना था और उन्होंने हमारी चिट्ठी 3 सदस्यता समिति को दिखा दी कि हम नौकरी नहीं लेना चाहते। फतेहजंग बाजवा ने कहा कि इसमें क्या गलत हो गया। उन्होंने कहा कि कैप्टन साहिब ने उनके पिता की शहादत को पहचाना तो इसमें वह कैसे गलत हो गए।
शहादत देने वालों के लिए नौकरी तो बहुत छोटी बात है। हमारी पार्टी में शहादत देने वालों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने उनके लिए कौन सी अचंभे वाली बात कर दी, जो इस बात पर इतनी राजनीति हो रही है। इसके साथ बच्चों के मन को ठेस ज़रूर पहुंची है परन्तु उन्होंने पहले ही इस नौकरी से इन्कार कर दिया था। उन्होंने एक बार फिर कहा कि इस तरह के मामलों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। वहीं फतेहजंग बाजवा का बेटा अर्जुन प्रताप सिंह बाजवा ने सुनील जाखड़ से सवाल किया कि क्या वह अपने भतीजे अजय वीर सिंह जाखड़ से चेयरमैन पद से इस्तीफा लेगें? साथ ही उन्होंने कहा कि यह गंदी राजनीति बंद होनी चाहिए।