Edited By Vaneet,Updated: 01 Nov, 2019 08:24 PM

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक....
चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित किए जा रहे गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के साझे समागमों में भाग लेने के अकाल तख्त साहिब के आदेश को ठुकराकर अकाल तख्त की सर्वोच्चता को चुनौती दी है। उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा कि सच्चाई सिख संगत के सामने है। मुख्यमंत्री ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था का अपमान करने की कांग्रेसी योजना को लागू करना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की बी टीम आम आदमी पार्टी तथा सिख धर्म में विश्वास न रखने वाले कुछ धड़ों की तथाकथित बैठक बुलाकर अकाल तख्त साहिब के विरूद्ध एक सांझा मोर्चा बनाने की कोशिश की है। यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इन पाटिर्यों ने अपने हितों के लिए श्री अकाल तख्त साहिब की आथॉरिटी को चुनौती देने के लिए हाथ मिला लिए हैं। बादल ने कहा कि अकाल तख्त के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह सहित पांचों तख्तों के जत्थेदारों ने सांझा निर्णय लेने के बाद निर्देश दिया था कि 550वें प्रकाश पर्व अवसर के मुख्य समागम सिर्फ शिरोमणि कमेटी की स्टेज से ही किए जांएगे।
उन्होंने पंजाब सरकार समेत सभी को यह भी निर्देश दिया था कि वह एसजीपीसी द्वारा आयोजित किए जा रहे मुख्य समागम में भाग लें तथा सिर्फ एसजीपीसी की स्टेज ही गुरु पंथ की मान्यता वाली स्टेज होगी। उन्होंने कहा कि सिखों की सभी पाटिर्यां एसजीपीसी चुनाव लड़ती हैं। इसका नेतृत्व केवल वही पार्टी करती हंै जिसे सिखों का फतवा प्राप्त होता है। दुनिया भर में सिख मसलों में एसजीपीसी की सर्वोच्चता स्वीकार्य की जाती है। कांग्रेस पार्टी की प्रकाश पर्व समागम करवाने संबधी एसजीपीसी की आथॉरिटी पर सवाल उठाने की कोशिशों का सिख भाईचारे पर कोई असर नही होगा।