Edited By Vatika,Updated: 25 Jul, 2025 10:02 AM

एन.एच.ए. आई., पी.डबल्यू.डी., के अधिकारियों को निर्देश दिए कि...
जालंधर (पुनीत): सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर मुख्य सड़कों व नैशनल हाईवे पर बने अवैध कटों को तुरंत प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। जिला प्रशासकीय परिसर में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने एन.एच.ए. आई., पी.डबल्यू.डी., के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क पर अवैध कटों से होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अवैध कटों का बंद होना जरूरी है। इस मौके डी.सी. द्वारा आर.टी.ए. सचिव बलबीर राज सिंह के साथ सड़क सुरक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विचार चर्चा कई गई।
उन्होंने कहा कि ब्लैक स्पॉट्स, खतरनाक मोड़ों व चौराहों की पहचान करके वहां पर चिन्हित संकेत, ट्रैफिक लाइट और अन्य सुरक्षात्मक उपाय जल्द से जल्द किए जाएं। सड़क हादसों को रोकने के लिए सड़कों की मरम्मत, ढांचे में आवश्यक बदलाव और ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन अत्यंत जरूरी है।पुलिस विभाग द्वारा दई गई ब्लैक स्पॉट्स की सूची पर समीक्षा की गई और सभी एस.डी.एम, पी.डब्ल्यू.डी. और एन.एच.ए.आई. अधिकारियों को निर्देश दिए कि 30 जुलाई तक ऐसी सभी संभावित दुर्घटनास्थलों की सूची तैयार कर उन्हें रिपोर्ट करें, ताकि उन स्थानों की सुधारात्मक कार्रवाई की जा सके।
वहीं, पुलों के नीचे बसों के रूकने से पैदा हो रही समस्या को रोकने के लिए आदेश दिए कि बसें केवल बस स्टॉप पर ही खड़ी हों। साथ ही एन.एच.ए.आई. अधिकारियों को निर्देश दिए कि हाईवे पर जलभराव न हो, इसके लिए ड्रेनेज प्वाइंट्स की सफाई और गाद हटाने का काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। सेफ स्कूल वाहन नीति को सख्ती से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा गया कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी स्कूली वाहनों को सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन करना होगा। इस मौके आर.टी.ओ. अमनपाल सिंह, ए.टी.ओ. विशाल गोयल, कमलेश कुमारी, पुलिस विभाग के अधिकारी व गण्यमान्य उपस्थित रहे।
ओवर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग जैसे मुद्दों की समीक्षा
बैठक में ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग, नशे में वाहन चलाना, और अन्य यातायात नियमों के उल्लंघन के मामलों में की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। साथ ही, शैक्षणिक संस्थानों में सड़क सुरक्षा को लेकर चलाई जा रही जागरूकता मुहिम की प्रगति की भी समीक्षा हुई। वहीं, डिप्टी कमिश्नर ने पंजाब सड़क सफाई मिशन के अंतर्गत जिले के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा गोद ली गई सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान जो समस्याएं सामने आई हैं, उनके समाधान के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू की जाए।