Edited By Urmila,Updated: 02 Dec, 2024 10:51 AM
जाब में नशे के छठे दरिया पर लगाम लगाने के लिए बॉर्डर पर फर्स्ट लाइन ऑफ डिफैंस बी.एस.एफ. गंभीरता व लगन से काम कर रही है।
अमृतसर: पंजाब में नशे के छठे दरिया पर लगाम लगाने के लिए बॉर्डर पर फर्स्ट लाइन ऑफ डिफैंस बी.एस.एफ. गंभीरता व लगन से काम कर रही है, जिसके तहत बी.एस.एफ. ने पुलिस को 126 नशा तस्करों की लिस्ट सौंपी। बीएसएफ के 60वें स्थापना दिवस पर बी.एस.एफ. पंजाब फ्रंटियर के आई.जी. अतुल फुलजैली ने बताया कि बी.एस.एफ. की तरफ से पंजाब पुलिस को 126 उन नशा तस्करों की लिस्ट दी गई है, जिन पर हेरोइन की तस्करी करने व करवाने की पुख्ता रिपोर्ट है।
उन्होंने बताया कि तस्करों की गिरफ्तारी करने के लिए केन्द्रीय एजैंसी एन.सी.बी. (नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) व पंजाब पुलिस के साथ मिलकर ज्वाइंट ऑप्रेशन चलाए जा रहे हैं, जो काफी सफल रहे हैं। पिछले 11 महीनों के दौरान बी.एस.एफ. की तरफ से 1405 करोड़ रुपए कीमत की हैरोइन को जब्त किया जा चुका है।
बार्डर पर 272 ड्रोन भी जब्त किए जा चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष 107 ड्रोन पकड़े गए थे। इस वर्ष अलग-अलग मामलों में 94 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, 73 संदिग्ध नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, 29 पाकिस्तानी संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, 3 पाकिस्तानी घुसपैठिए मार गिराए गए हैं और 2 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
परंपरागत तरीकों से बंद हुई हेरोइन व हथियारों की तस्करी
आई.जी. अतुल फुलजैली ने बताया कि बी.एस.एफ. की सख्ती से इस समय परंपरागत तरीकों जैसे पाइप के साथ व अन्य तरीकों से तस्करी होती थी, इस समय बंद हो चुकी है और 97 प्रतिशत तस्करी ड्रोन के जरिए हो रही है, जिस पर नकले डालने के लिए ए.डी.एस. (एंटी ड्रोन सिस्टम) सिस्टम लगाए गए हैं, जो काफी सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। चाहे छोटे ड्रोन हों या बड़े ड्रोन, सबको आधुनिक तकनीक के साथ गिराया जा रहा है।
विदेशों में बैठे तस्कर भी करवा रहे तस्करी
आई.जी. ने खुलासा किया कि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर भारतीय तस्करों के साथ विदेशों में बैठे तस्करों के भी खुलासे हुए हैं, जो कनाडा, ऑस्ट्रेलिया व अन्य देशों में बैठकर अपना नैटवर्क चला रहे हैं और कम उम्र के बेरोजगार नौजवानों को अपना शिकार बनाकर उन्हें नशा तस्करी के काम में लगा रहे हैं, लेकिन बी.एस.एफ. की तरफ से विलेज डिफैंस कमेटियों के माध्यम से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे नौजवान नशे की दलदल में न फंसें और विदेशों में बैठे तस्करों के झांसे में न आएं।
दिसम्बर-जनवरी में धुंध का मौसम चुनौतीपूर्ण
दिसम्बर व जनवरी के महीने में पड़ने वाली धुंध में पाकिस्तानी तस्करों की तरफ से अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया जाता है और ड्रोन की मूवमैंट भी काफी तेज हो जाती है। इस संबंध में आई.जी. ने बताया कि बी.एस.एफ. हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है, चाहे माइनस डिग्री तापमान हो या फिर 48 डिग्री तापमान हो, बी.एस.एफ. के जवान हर मौसम में चौकसी रखते हैं। उन्होंने बताया कि दिसम्बर-जनवरी में धुंध का मौसम चुनौतीपूर्ण होता है।
बी.एस.एफ. पंजाब फ्रंटियर की तरफ से आयोजित प्रमुख कार्यक्रम
- 1 दिसम्बर 2023 से लेकर अब तक बी.एस.एफ. की तरफ से 105 सुरक्षा बैठकें अन्य सुरक्षा एजैंसियों के साथ की गईं, जिनमें पंजाब पुलिस के साथ 1 और सेना के साथ 2 बैठकें की गईं।
- सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत स्कूलों को कम्प्यूटर, स्टेशनरी, खेल सामग्री व गांवों में जाकर मैडीकल कैंप व जरूरत का सामान दिया गया।
- नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए 491 किलोमीटर लंबी साइकिल रैली आयोजित की गई, जो फाजिल्का से शुरू होकर जे.सी.पी. अटारी में समाप्त हुई।
- बी.एस.एफ. ने अपने कौशल विकास कार्यक्रम के तहत युवाओं को मैकेनिक, टेलरिंग, इलैक्ट्रीशियन आदि के कोर्स करवाए, ताकि युवा रोजगार प्राप्त कर आम्तनिर्भर बन सकें।
- 11 मई 2024 को जे.सी.पी. अटारी बाॅर्डर पर देश का सबसे उंचा 350 फुट का तिरंगा लगाया गया।
- ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत बी.एस.एफ. की तरफ से 2,22,000 पौधे लगाए गए।
- ड्रोन टैक्रोलॉजी बूट कैंप के तहत बी.एस.एफ. जवानों को ड्रोन तकनीक के उन्नत कौशल से लैस किया गया।
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