Edited By Kalash,Updated: 03 Jun, 2024 11:43 AM
![boy died due to drugs overdose](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_11_43_0188298963-ll.jpg)
दो दिन बीत जाने के बाद इलाके में नशे की ओवरडोज से एक और युवक ने दम तोड़ दिया।
जालंधर : जालंधर नार्थ हलका लूटपाट, चोरियां और नशे के कारोबार में बदनाम हो रहा है। दो दिन बीत जाने के बाद इलाके में नशे की ओवरडोज से एक और युवक ने दम तोड़ दिया। युवक का शव पठानकोट चौक की कुछ दूरी पर स्थित एक सिनेमा घर की बैक साइड पर स्थित खाली प्लाट में मिला। पुलिस ने मृतक युवक की पहचान करते हुए मृतक के गांव के सरपंच को फोन करके सूचित किया और भरोसा दिया कि वह बिना पोस्टमार्टम के शव दे देंगे लेकिन भरोसा तोड़ने के बाद मृतक के परिजनों और उसके गांव के लोगों ने थाना आठ के एस.एच.ओ. खिलाफ थाने बाहर धरना दे दिया। एस.एच.ओ. ने एक मंत्री को फोन करके धरना उठवाने की सिफारिश की और बाद में शव भी पोस्टमार्टम के बिना पोस्टमार्टम वारिसों को दे दिया।
जानकारी अनुसार रविवार दोपहर के समय खाली प्लाट में शव देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में थाना आठ के ए.एस.आई. किशोर कुमार मौके पर पहुंचे। शव जिस हालातों में पड़ा मिला उससे साफ था कि युवक की मौत नशे की ओवरडोज के कारण हुई है। नजदीक ही पानी की बोतल पड़ी थी। पुलिस ने युवक के कपड़ों की तलाशी ली तो उसकी जेब से मिले पहचान पत्र से उसकी पहचान हुई। मृतक युवक नंगल सलेमपुर का रहने वाला था जिसका नाम कमलजीत (27) उर्फ अजय पुत्र संत राम है। पुलिस ने गांव के सरपंच विजय नंगल को इस संबंधी जानकारी दी तो पता लगा कि अजय पिछले 15 दिनों से गायब था।
सरपंच विजय नंगल ने यह भी कहा कि वह कोई कार्रवाई नहीं करवाना चाहते। पुलिस ने बात मान ली और शव की पहचान करवाने के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। इससे पहले पुलिस शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था। पहचान करने के बाद सरपंच विजय नंगल मृतक के रिश्तेदारों के साथ थाना 8 पहुंच गए जबकि रिश्तेदारों को संस्कार के लिए भी सूचित कर दिया गया। जैसे ही वह थाने पहुंचे तो कुछ कहासुनी होने के बाद एस.एच.ओ. गुरमीत सिंह ने बिना पोस्टमार्टम किए शव देने से इंकार कर दिया। ऐसे में लोग भड़क गए।
उन्होंने कहा कि उनके रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं और अगर पोस्टमार्टम करवाया तो बात कल तक पहुंच जाएगी। पीड़ित परिवार अंतिम संस्कार की तैयारियां भी कर ली थी। पुलिस नहीं मानी तो लोगों ने थाने के बाहर धरना दे दिया और एस.एच.ओ. के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो एस.एच.ओ. ने एक मंत्री को फोन करके सारी बात बताई जिसके बाद मंत्री ने सरपंच विजय नंगल को फोन करके धरना उठाने की बात कही और यह भी तय हुआ कि पुलिस बिना पोस्टमार्टम के ही परिजनों को शव सौंप देगी।
बता दें कि इंडस्ट्रियल एस्टेट में स्थित एक श्मशानघाट के कमरे में भी 31 मई को 21 साल के युवक का शव मिला था और उस मामले में भी दबी आवाज में ओवरडोज से ही मौत होने की चर्चा थी। इस संबंधी जब थाना आठ के प्रभारी गुरमीत सिंह से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
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