Edited By Kamini,Updated: 23 Jul, 2025 06:57 PM

पंजाब सरकार 27314 आंगनवाड़ी केंद्रों को लेकर एक बड़ा कदम उठाने जा रही है।
पंजाब डेस्क : पंजाब सरकार 27314 आंगनवाड़ी केंद्रों को लेकर एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। नए फैसले के तहत अब बच्चों को पोषण सामग्री तब तक नहीं दी जाएगी जब तक उनके माता-पिता के मोबाइल पर OTP (वन टाइम पासवर्ड) का मैसेज प्राप्त नहीं हो जाता। सरकार का दावा है कि इस योजना से फर्जी एंट्रियों पर लगाम लगेगी। इसके लिए सरकार फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) और OTP प्रक्रिया को लागू कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल योग्य लाभार्थियों को ही पोषण सामग्री मिले।
यही नहीं, अब गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले सूखा राशन के लिए भी OTP आधारित प्रणाली लागू की जाएगी। हालांकि, सरकार के इस फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है। कई लोगों का कहना है कि बहुत से घरों में मोबाइल फोन नहीं हैं या परिवार के सदस्य मजदूरी पर चले जाते हैं, ऐसे में OTP मिलना संभव नहीं होगा। इसके बावजूद सरकार का कहना है कि हर योजना के लिए ई-केवाईसी जरूरी है।
गौरतलब है कि, आंगनवाड़ी केंद्रों में 6 महीने से 6 साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को खिचड़ी, दलिया, पंजीरी आदि पोषण सामग्री दी जाती है। सूत्रों के अनुसार, अब हर आंगनवाड़ी केंद्र में "पोषण ट्रैकर ऐप" इंस्टॉल किया जाएगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इसमें हर बच्चे और गर्भवती महिला का नाम दर्ज करेंगी। इसके तहत बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रयोग करते हुए फेस वेरिफिकेशन किया जाएगा। सबसे पहले आधार नंबर, फिर लाइव फोटो, फिर मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा। OTP दर्ज होने के बाद ही वेरिफिकेशन पूरा होगा और फिर खुराक वितरित की जाएगी। हालांकि, शुरुआत में OTP केवल एक बार दर्ज करना होगा, लेकिन बाद में यह हर महीने दोहराना पड़ सकता है। अगर आप चाहें तो मैं इसका एक छोटा टीवी या अखबार के लिए हेडलाइन वर्जन भी तैयार कर सकता हूं।
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