Edited By Subhash Kapoor,Updated: 19 Dec, 2024 11:51 PM
शंभू बार्डर पर 14 दिसम्बर को सल्फास निगलकर खुदकुशी करने वाले खन्ना के गांव रत्नहेड़ी के किसान रणजोध सिंह के परिवार को पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपए और किसान के बेटे को सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया। इसके बाद आज किसान का अंतिम संस्कार गांव रत्नहेड़ी...
खन्ना : शंभू बार्डर पर 14 दिसम्बर को सल्फास निगलकर खुदकुशी करने वाले खन्ना के गांव रत्नहेड़ी के किसान रणजोध सिंह के परिवार को पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपए और किसान के बेटे को सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया। इसके बाद आज किसान का अंतिम संस्कार गांव रत्नहेड़ी में किया। अंतिम संस्कार के मौके शेर ए पंजाब किसान यूनियन के प्रधान गुरिंदर सिंह भंगू समेत किसान यूनियनों के प्रतिनिधि, पंचायत और परिवार के सदस्य मौजूद रहे।
शेर-ए-पंजाब किसान यूनियन के प्रधान गुरिंदर सिंह भंगू ने कहा कि शंभू बार्डर पर मोर्चे में चल रहे लंगर में रणजोध सिंह सेवा करते थे। उनके मन में किसानी को लेकर जज्बा था। सरकारों की किसान विरोधी नीतियों को लेकर रोष था। बीते दिनों किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत को देखने के बाद उसे सह न सके रणजोध सिंह ने खुदकुशी कर ली। लेकिन उनकी नौजवानों समेत सभी से अपील है कि वे इस तरह के कदम न उठाएं बल्कि हिम्मत के साथ मोर्चे में अपना योगदान देकर जीत हासिल करे। दूसरी तरफ मृतक रणजोध सिंह के चचेरे भाई कमलदीप सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसान यूनियनों को भरोसा दिलाया है जिसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।