Edited By Vatika,Updated: 07 Feb, 2023 09:24 AM

इस बारे भी अब तक प्रदेश भाजपा को कोई संदेश नहीं मिला है।
पंजाब डेस्कः मनप्रीत बादल 18 जनवरी को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय जाकर पार्टी में शामिल हुए थे मगर अभी भी प्रदेश भाजपा में उनकी सक्रियता देखने को नहीं मिल रही। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के डेढ़ दिन के बठिंडा दौरे दौरान भी मनप्रीत नजर नहीं आए। उनकी क्या भूमिका रहेगी, इस बारे भी अब तक प्रदेश भाजपा को कोई संदेश नहीं मिला है। वैसे भाजपा में उनके कद का पता बठिंडा नगर निगम से चलेगा।
दरअसल 50 पार्षदों वाले बठिंडा निगम में कांग्रेस के 41 पार्षद जीते थे और करीब सभी मनप्रीत के समर्थक बताए जाते हैं। अब उनके बाद यदि यह पार्षद भी भाजपा में जाते हैं तो बठिंडा में भाजपा का मेयर बनना तय है। हालांकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अकाली दल पूरा जोर लगा रहे हैं कि ऐसा न हो क्योंकि इस बैल्ट में कांग्रेस और अकाली दल के बाद अब आम आदमी पार्टी भी जनाधार मजबूत बना चुकी है। जबकि भाजपा को इलाके में बहुत कमजोर माना जाता है। ऐसे में शहर का मेयर बनने से बठिंडा शहर व आसपास भाजपा को मजबूती मिलेगी और यही बाकी दल नहीं चाहते। -हरिश्चंद्र, चंडीगढ़।