Edited By Subhash Kapoor,Updated: 13 May, 2025 05:43 PM

पाकिस्तान का एक और झूठ बेनकाब हो गया है। दरअसल भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय हमलों द्वारा पाकिस्तान के कई सारे एयरबेस को निशाना बनाया गया, लेकिन पाकिस्तान में रेडिएशन लीक की पुष्टि करने वाला पत्र फर्जी बताया गया है।
पंजाब डैस्क : पाकिस्तान का एक और झूठ बेनकाब हो गया है। दरअसल भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय हमलों द्वारा पाकिस्तान के कई सारे एयरबेस को निशाना बनाया गया, लेकिन पाकिस्तान में रेडिएशन लीक की पुष्टि करने वाला पत्र फर्जी बताया गया है। दरअसल पाकिस्तान की तरफ से कहा गया था कि भारतीय हमलों की वजह से रेडिएशन लीक हुआ है, जिसकी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। वहीं जब इस मामले की छानबीन की गई है तो ऐसी कोई विश्वसनीय समाचार रिपोर्ट या पाकिस्तान अथवा अंतरराष्ट्रीय प्राधिकरणों द्वारा किसी विकिरण आपात स्थिति की आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली।
बता दें कि पाकिस्तान सरकार के राष्ट्रीय विकिरण सुरक्षा प्रभाग (NRSD) ने पुष्टि करते एक पत्र जारी किया गया था, जिसमें बताया गया था कि एक लाइसेंस प्राप्त औद्योगिक रेडियोलॉजिक साइट पर विकिरण रिसाव की घटना हुई है, जो उत्तरी प्रशासनिक क्षेत्र में स्थित है। यह घटना 11 मई 2025 को लगभग 24:55 बजे उस समय हुई जब गैर-विनाशकारी परीक्षण (NDT) के लिए प्रयुक्त रेडियोलॉजिकल उपकरणों के नियमित रखरखाव का कार्य किया जा रहा था।
इस पत्र की सत्यता को लेकर पाकिस्तान के एक वरिष्ठ रक्षा पत्रकार द्वारा कहा गया है कि कि यह पत्र नकली है। उन्होंने कहा, “इसकी भाषा आधिकारिक नहीं है।” साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मानव स्वास्थ्य की रक्षा करने और इस प्रकार की बुलेटिन जारी करने वाली एजेंसी Pakistan Environmental Protection Agency (Pak-EPA) है, जिसके निदेशक-जनरल नाज़िया ज़ेब अली हैं। इससे यह और स्पष्ट हो जाता है कि यह पत्र मनगढ़ंत है।