Edited By Suraj Thakur,Updated: 05 Sep, 2019 03:05 PM
इसके लिए पाकिस्तान को भारत का शुक्रगुजार होना चाहिए।
जालंधर। आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान को करतारपुर कॉरिडोर खुलने से अब सालाना अरबों की कमाई होगी। कॉरिडोर खुलने से श्रद्धालुओं की आवाजाही के बाद पाकिस्तान सरकार को राजस्व के रूप में पांच अरब से ज्यादा राशि मिलेगी। पाकिस्तान की शर्त के मुताबिक करतारपुर साहिब में दर्शनों के लिए रोजाना 5000 हजार श्रद्धालु आ सकेंगे। इसके लिए उन्हें प्रति श्रद्धालु करीब 3120 रुपए अदा करने होंगे। इसके लिए पाकिस्तान को भारत का शुक्रगुजार होना चाहिए। आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा पाकिस्तान के जेहन में भले ही कड़वाहट भरी हो लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत उसकी अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका रहती है। कश्मीर के मसले पर झल्लाए पाक ने सीमा पर व्यापार बंद कर दिया। नतीजन पाकिस्तान में महंगाई आसमान छूने लगी और व्यापार में रोजाना ऐसा नुकसान उठाना पड़ रहा है जिसे ढोने के लिए उसके कंधे कमजोर पड़ चुके हैं। पाकिस्तान के हुकमरान बात को समझते भी हैं, लेकिन मानने को तैयार ही नहीं होते हैं कि भारत के साथ संबंध खराब करके उन्हें हर मोर्चे पर नुकसान ही उठाना पड़ेगा। करतारपुर कॉरिडोर के दर्शनों के लिए पाकिस्तान एक श्रद्धालु की फीस 20 अमेरिकन डॉलर रखी है। पाकिस्तान में एक डॉलर की कीमत 156 रुपए है। यानि एक श्रद्धालु 3120 रुपए करतारपुर दर्शनों के लिए फीस अदा करेगा। इस हिसाब से पाकिस्तान सरकार की एक महीने की कमाई 46 करोड़ 80 लाख रुपये बनती है। सालाना यह राशि 5 अरब 61 करोड़, 60 लाख बनती है। कुल मिलाकर कहने का मतलब है कि पाकिस्तान अगर भारत के मामलों में दखल न दे और तहजीब से रहे तो उसे फायदा ही होगा नुकसान नहीं।