Edited By Vatika,Updated: 12 Jun, 2018 03:33 PM

तीन दशकों के अंतराल के बाद केन्द्र सरकार ट्रको में माल लोड करने की क्षमता को बढ़ाने जा रही है। यह इंडस्ट्री और ट्रांसपोर्टर्ज के लिए बड़ा फायदा साबित हो सकता है क्योंकि इससे माल पहुंचाने की परिवहन लागत में कमी आएगी। मौजूदा समय में जो मापदंड बनाए जा...
जालंधर(पुनीत): तीन दशकों के अंतराल के बाद केन्द्र सरकार ट्रको में माल लोड करने की क्षमता को बढ़ाने जा रही है। यह इंडस्ट्री और ट्रांसपोर्टर्ज के लिए बड़ा फायदा साबित हो सकता है क्योंकि इससे माल पहुंचाने की परिवहन लागत में कमी आएगी। मौजूदा समय में जो मापदंड बनाए जा रहे हैं उससे एक ट्रक में 20 से 25 प्रतिशत तक अधिक माल लोड किया जा सकेगा।
मौजूदा समय में डबल एक्सल (10 टायर ट्रक) 16.2 टन माल लेकर जा सकता है जिसे बढ़ाकर 19 टन, 3 एक्सल (14 टायर वाला) ट्रक का लोड 25.2 टन से बढ़ाकर 30.5 टन, 4 एक्सल (घोड़ा ट्राला, 18 टायर) ट्रक को 34.2 से बढ़ाकर 42 टन, 5 एक्सल (बड़ा घोड़ा ट्राला, 22 टायर) को 43.2 से बढ़ाकर 53.5 टन करने की योजना है। वहीं 9 टन क्षमता वाले ट्रक का लोड 25 प्रतिशत बढ़ाया जा रहा है।
सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गड़करी ने बीते दिनों सड़क डिवैल्पर्स से इस मुद्दे पर चर्चा की ताकि भविष्य में आवश्यक कदम उठाए जा सके। सूत्रों ने बताया कि सड़क ठेकेदारों ने इस बात को स्वीकार किया है कि सड़क निर्माण में बेहद सुधार है, वहीं इसके विपरीत ट्रकों के ओवरलोड के मामले में बढ़ौतरी हुई है जोकि गलत है। जानकारों का कहना है कि सरकार को नया नियम लागू करने के बाद इसे सख्ती से लागू करवाना चाहिए ताकि ओवरलोड के मामले खत्म हो सकें।