Edited By Urmila,Updated: 18 Sep, 2023 12:36 PM
अस्पताल में डाक्टरों ने उक्त महिला का उपचार करने के साथ उसे आई.सी.यू. वार्ड में शिफ्ट किया।
जालंधर : सांप के काटने के बाद सिविल अस्पताल में उपचाराधीन मरीज के परिजनों के झांड-फूंक का झांसा देकर उनसे ठगी मारने वाले एक व्यक्ति को अस्पताल में तैनात पैसको सिक्योरिटी के इंचार्ज यशपाल सिंह ने काबू किया। काबू आरोपी ने माना कि वह सांप के काटे लोगों को झांड फूंक करवाकर उन्हें ठीक करवा सकता है। लोगों ने उसको मौके पर ही काबू कर छित्तरपरेड़ भी की।
जानकारी के मुताबिक एक महिला को सांप ने काटा था, उसकी बिगड़ी हालत में उसके परिवार वाले उपचार के लिए सिविल अस्पताल लाए थे। अस्पताल में डाक्टरों ने उक्त महिला का उपचार करने के साथ उसे आई.सी.यू. वार्ड में शिफ्ट किया, लेकिन अस्पताल में कुछ दिनों से सक्रिय एक ठग जोकि खुद को तांत्रिक बताकर उक्त महिला के परिजनों को अपने झांसे में ले लिया। खुद को तांत्रिक बताने वाले ने महिला के परिजनों को कहा कि अस्पताल में महिला ठीक होगी या नहीं यह कौन जानता है। लेकिन उसके गुरु जोकि बडे़ तांत्रिक हैं, वह झांड-फूंक कर सांप के काटे मरीजों को कुछ घंटों में ही ठीक कर देते हैं।
जब परिजन उसकी बातों में आए गए तो पहले तो तांत्रिक ने फ्री सेवा का झांसा दिया, लेकिन जैसे ही अपने गुरु को लेकर अस्पताल ट्रामा वार्ड पहुंचा तो महिला के परिजनों से 1 हजार रुपए की मांग करने लगा। जिस कारण विवाद पैदा हुआ और महिला के परिजन भड़के। इसी बीच और लोग इक्ट्ठे हो गए और तांत्रिक को पीट दिया। यदि तांत्रिक के झांसे में मरीज के परिजन आ जाते तो वह झांड-फूंक करवाने के बाद अस्पताल से छूट्टी ले जाते। हालांकि गलती मानने व कोई शिकायत न मिलने के कारण इंचार्ज यशपाल सिंह ने खुद को तांत्रिक बताने वाले व्यक्ति से लिखित में माफीनामा लेकर उसे दोबारा से अस्पताल में न घूमने से की शर्त पर छोड़ दिया है।
सांप के काटने वाले मरीजों का सरकारी अस्पताल में होता है बढ़िया उपचार : डा. सचिन
वहीं सिविल अस्पताल में तैनात डा. सचिन शर्मा ने बताया कि सांप के काटने वाले मरीज को लोग सरकारी अस्पतालों में लाए, क्योंकि ऐसे मरीजों को एंटी स्नेक वेनम के टीके लगाए जाते हैं। आम तौर पर टीका बाजार में महंगा होता है, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में भी ऐसे मरीजों का उपचार काफी महंगा होता है, पर पंजाब सरकार के आदेशों के चलते सरकारी अस्पतालों में ऐसे मरीजों को फ्री में इंजैक्शन लगते हैं। मरीजों को जरूरत पड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर मशीन में भी रखकर उनकी जान बचाई जाती है। लोगों को सांप के काटे जाने के बाद मरीजों को झांड-फूक व देसी इलाज से बचना चाहिए। ऐसा करने से मरीज की हालत और खराब हो जाती है।
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