Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Aug, 2023 09:44 PM

अंबाला से जाकर यूरोप में बसे डा. विनोद कुमार ने दुनिया की पहली चक्र मेडिसिन एनर्जेटिक फ्लूइड्स की खोज की है।
जालंधर : अंबाला से जाकर यूरोप में बसे डा. विनोद कुमार ने दुनिया की पहली चक्र मेडिसिन एनर्जेटिक फ्लूइड्स की खोज की है। डा. विनोद का यह नया अविष्कार आने वाले समय में चिकित्सा के इलाज क्षेत्र को मौलिक रूप से बदल सकता है। योग दर्शन के विश्वास को बढ़ा सकता है, दवाई के उपयोग को कम करके सेवन से बीमारियों पर काबू कर सकता है। यूरोप के 35 वर्षीय कैम एक्सपर्ट डा. एंड फिलिप ने एक इंटरव्यू के दौरान डा. विनोद की इस नई खोज का खुलासा किया।
उन्होंने कहा कि डा. विनोद कुमार विश्व में सदी के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने यह कार्य किया है। मैं यह बात दावे के साथ कहता हूं कि विनोद कुमार ने चक्र को न केवल रिस्टोर करने के साथ साथ चक्र से होने वाली बीमारियों का इलाज करने की क्षमता है। यह विधि आज से 5000 सालों पहले चक्र योग और प्राणायाम के माध्यम से एनर्जी के द्वारा मरीजों को ठीक करने के लिए अपनाई जाती थी।
यह कार्य डा. विनोद कुमार ने इंग्लैंड में अपने रिसर्च सेंटर में नैनो एनर्जी फ्लूइड को स्वदेशी तकनीक से विकसित करके किया। योग के अनुसार चक्र एक संस्कृति शब्द है। मानव शरीर के 7 चक्र प्वाइंट बैटरी की तरह होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं जिसके अवरोध के कारण रोगों की उत्पत्ति होती है। इन्हें यौगिक क्रिया के साथ अनब्लॉक किया जाता है। डा. विनोद इससे पहले भी जर्मन कंपनी के साथ मिल कर हर्बल प्रोडक्ट्स का निर्माण कर पहले भारतीय बने। उनके द्वारा बनाए हुए प्रोडक्ट विश्व के 12 देशों में उपयोग किए जाते हैं।