Edited By Subhash Kapoor,Updated: 28 Feb, 2023 10:12 PM
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा ने आज नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के अनुसार जिला पर्यावरण योजना अधीन विभिन्न भागीदार विभागों को सौंपे गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और सौ प्रतिशत डोर टू डोर कलैक्शन और सोर्स...
जालंधर : अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा ने आज नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के अनुसार जिला पर्यावरण योजना अधीन विभिन्न भागीदार विभागों को सौंपे गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और सौ प्रतिशत डोर टू डोर कलैक्शन और सोर्स सेग्रीगेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने स्थानीय जिला प्रशासन परिसर में जिले में चल रही विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों की ताजा स्थिति की समीक्षा करते हुए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सौ प्रतिशत घरों से कचरा इकट्ठा कर गीला व सूखे कचरे की बाँट सुनिश्चित की जाए, ताकि शहर को जल्द ही कचरे की समस्या से मुक्त किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि बड़ी मात्रा में कूड़ा पैदा करने वाले होटल, रेस्टोरेंट, मैरिज पैलेस आदि अपने-अपने प्रतिष्ठानों में कूड़ा प्रबंधन के लिए गड्ढों का निर्माण कराएं।
बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने पुराने कूड़े के प्रबंधन, सीसी एंड सी वेस्ट मैनेजमेंट, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, वरियाना डंप साइट, जमशेर डेयरी प्लांट में ईटीपी और बायो गैस प्लांट सहित अन्य पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों के हाल के स्तर की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला पर्यावरण योजना के तहत कार्य योजना के अनुसार समय सीमा के अनुसार लक्ष्यों को पूरा करना सुनिश्चित किया जाए ताकि पर्यावरण परियोजनाओं को नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की निगरानी समिति द्वारा निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जा सके। इस अवसर पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सियन दलजीत सिंह और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।