Edited By swetha,Updated: 19 Jun, 2019 09:44 AM
तेज बारिश और तूफान के कारण नहर किनारे लगे पेड़ गिरने के कारण फरीदकोट के गांव बीड़ भोलूवाला से गुजरती मुदकी फीडर नहर टूटने से किसानों का बड़ा नुक्सान हुआ है। किसानों की धान की करीब 500 एकड़ फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है।
फरीदकोट(हाली): तेज बारिश और तूफान के कारण नहर किनारे लगे पेड़ गिरने के कारण फरीदकोट के गांव बीड़ भोलूवाला से गुजरती मुदकी फीडर नहर टूटने से किसानों का बड़ा नुक्सान हुआ है। किसानों की धान की करीब 500 एकड़ फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है।
इस दौरान जहां किसानों ने इस नहर क ी दरार को जल्द भरने की मांग की, वहीं उन्होंने अपनी खराब हुई फसल के मुआवजे की मांग भी की। किसान रघुबीर सिंह और परमजीत सिंह सरपंच ने कहा कि नहरी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नहर टूटी है। गांव बीड़ भोलूवाला साइड पर नहर के किनारे बहुत कम चौड़े हैं और किनारों पर सफे दे के पेड़ लगाए गए हैं, जो रात को आई तेज आंधी से गिर गए। सफे दे के पेड़ गिरने के कारण नहर में बड़ी दरार पड़ गई, जिसके कारण उनकी करीब 500 एकड़ फसल तबाह हो गई।
किसानों ने बताया कि यदि अब बारिश न भी हुई तो भी खेतों में करीब एक सप्ताह तक पानी नहीं सूखेगा और एक सप्ताह तक पानी में डूबी फसल नष्ट हो जाएगी। उन्होंने बताया कि नहर गत रात टूट गई थी, परन्तु कोई भी नहरी विभाग या प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। उन्होंने मांग की कि किसानों की नष्ट हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए।
नहर में आई दरार को जल्द भरा जाएगा: डी.सी.
इस संबंधी जब डिप्टी कमिश्नर कुमार सौरव राज के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि नहर के टूटने का पता चला है और उनकी तरफ से एक्सियन नहरी विभाग व एस.डी.एम. फरीदकोट को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि नहर में आई दरार को जल्द ही भरा जाएगा और यदि किसी किसान की फसल का नुक्सान हुआ है तो उसकी गिरदावरी करवाकर बनता मुआवजा दिलाया जाएगा।