Edited By Urmila,Updated: 25 May, 2024 03:45 PM
सरकारी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आते कॉम्पलैक्स में एक सरकारी कर्मचारी के बेटे द्वारा डाक्टर के क्वार्टर में चोरी करने का मामला सामने आया है।
अमृतसर : सरकारी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आते कॉम्पलैक्स में एक सरकारी कर्मचारी के बेटे द्वारा डाक्टर के क्वार्टर में चोरी करने का मामला सामने आया है। क्वार्टर में रहने वाला डाक्टर पुलिस कमिश्नर का रिश्तेदार है। कॉलेज प्रशासन ने लड़के को मौके पर ही पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया और पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करने के बाद लड़के को छोड़ दिया गया।
जानकारी के मुताबिक सरकारी मैडिकल कॉलेज में सरकारी डॉक्टरों के रहने के लिए क्वार्टरों की व्यवस्था की गई है। मैडिकल सुपरिंटैंडैंट डा. कर्मजीत सिंह भी परिसर में स्थित क्वार्टर में रहते हैं और उनके घर के पास एक क्वार्टर विगत समय खाली कर दिया गया था और सरकारी डाक्टर जो पुलिस आयुक्त के रिश्तेदार हैं, उस क्वार्टर में रहने के लिए अपना सामान रख रहे थे। सामान रखने के बाद सामान की रखवाली के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया था, जब संबंधित व्यक्ति किसी काम से बाहर गया तो उसने देखा कि क्वार्टर अंदर से बंद है और पानी भी बह रहा है। इस संबंधी जब उक्त डाक्टर द्वारा मैडिकल सुपरिंटैंडैंट व अन्य अधिकारियों को सूचित किया तो सारे अधिकारी मौके पर पंहुचे तो पाया कि बाथरूम व रसोई में लगी टूटियां गायब थी और वहां से पानी बह रहा था। जब सरकारी कर्मचारियों द्वारा मामले की जांच की जा रही थी तो एक युवक पानी की टंकी के पास छिपकर बैठा हुआ था।
उक्त युवक गुरु नानक देव अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का बेटा है। मौके पर पुलिस प्रशासन द्वारा लड़के पर कारवाई तो की गई है पर लड़का कुछ ही समय बाद रिहा हो गया है। अस्पताल में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं और चोर बड़ी सफाई से इस काम को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन को परिसर में दिन-रात गश्त तेज करनी चाहिए।
सरकारी मैडिकल कॉलेज का दर्जा चार कर्मचारी चोरी करते पकड़े गए, सस्पैंड
सरकारी मैडिकल कॉलेज में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गुरुनानक देव अस्पताल में चोरी करते हुए पकड़ा गया है। उक्त युवक पहले अपनी पहचान छुपा रहा था परंतु जांच उपरांत पता चला कि उक्त युवक सरकारी मैडिकल कालेज में दर्जा चार का कर्मचारी है। अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दर्जा चार के उक्त कर्मी को सस्पैंड कर दिया गया है। कमेटी गठित कर चार कर्मचारियों को सस्पैंड कर दिया गया है। सरकारी मैडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डायरैक्टर डॉ. राजीव देवगन ने भी इसकी पुष्टि की है।
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