Edited By Urmila,Updated: 18 Sep, 2023 03:05 PM

जी.एस.टी. बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार कई बार लोगों से आग्रह कर चुकी है कि टैक्स चोरी की सूचना दें।
अमृतसर: जी.एस.टी. बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार कई बार लोगों से आग्रह कर चुकी है कि टैक्स चोरी की सूचना दें। हालांकि लोग टैक्स चोरों की सूचना देने को भी तैयार है लेकिन कई बार कुछ विभागों की नासमझी भी सूचना देने वाले को भी आरोपी बना देती है। इस मामले में पंजाब के कराधान मंत्री कई बार कह चुके हैं कि लोग टैक्स चोरी में सरकार की मदद करें। बड़ी बात है कि अभी तक जी.एस.टी. विभाग सूचना देने वाले की कोई मदद नहीं कर पा रहा। अब प्रश्न यह उठता है कि संभावित टैक्स चोरी करने वाले की तस्वीर लेना तो अपराध है, लेकिन यदि टैक्स चोरी कर रहा है तो क्या वह अपराध की श्रेणी में नहीं आता?
यह दिलचस्प घटना उसे समय घटी जब एक व्यक्ति ने अपने आदमी को पुलिस स्टेशन गेट हकीमा के इलाके में किसी स्थान पर टैक्स चोरी की सूचना लेने के लिए फोटो करने के लिए भेज दिया, ताकि वह इसकी सूचना संबंधित जी.एस.टी. विभाग को दे सके। पता चला है कि जिस संस्थान की तस्वीर लेने के लिए उक्त व्यक्ति को भेजा गया था उस पर पहले भी जी.एस.टी. विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में भारी जुर्माना भी लगाया था और उन लोगों के मोबाइल फोन भी लिए गए थे।
बताया जाता है कि जब उसका करिंदा फोटो लेने के लिए उस संस्थान के बाहर कुछ दूर पहुंच गया, जहां पर टैक्स चोरी की सूचना मिलने की गुंजाइश थी तो वहां पर संस्थान के मालिकों व उनके साथियों ने लोकल फोटोग्राफर को पकड़ लिया और उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया। बताया जाता है कि सबसे पहले फोटो लेने वाले व्यक्ति की जमकर पिटाई की गई और वह हाल से बेहाल हो गया। इसके उपरांत उसे पुलिस थाने में लाया गया तो जब उसके मोबाइल फोन में तलाशी ली गई तो वहां पर कोई तस्वीर अभी तक नहीं थी क्योंकि फोटो खींचने से पहले ही वह पकड़ा गया। पुलिस थाने में भी जब फर्म के मालिक और साथियों द्वारा खींचातानी हुई तो वह मान गया कि उसके मालिक ने उसे टैक्स चोरी पकड़वाने के लिए फोटो लेने हेतु भेजा था।
बताना जरूरी है कि जी.एस.टी. विभाग बार-बार आम जनता की मदद मांग रहा है कि टैक्स चोरी की सूचना दें। इसके साथ हिदायत भी दी जाती है की साथ में फोटो भी ली जाए, लेकिन यदि इस प्रकार फोटो लेने वालों की मारपीट होती है तो आने वाले समय में टैक्स चोरी की सूचना देना मुश्किल हो जाएगा। पुलिस थाने में बैठे अधिकारियों को भी निर्देश दिए जाए कि यदि कोई इस प्रकार की सूचना देता है तो संबंधित जी.एस.टी. अथवा अन्य संबंधित विभाग को सूचना दे ताकि जनता के प्रयास से व्यर्थ न जाएं। दूसरी और पकड़े जाने व्यक्ति वाले व्यक्ति से यदि कोई मारपीट करें तो उस पर पुलिस तुरंत केस दर्ज करें क्योंकि मारपीट और इंटेरोगेशन पुलिस का काम है, आम व्यक्ति का नहीं।
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