Edited By Radhika Salwan,Updated: 25 May, 2024 07:20 PM
मोगा के प्रेम नगर निवासी प्रिया के साथ प्लॉट बिक्री मामले में पिता-पुत्र द्वारा अन्य लोगों के साथ कथित मिलीभगत से लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।
मोगा: मोगा के प्रेम नगर निवासी प्रिया के साथ प्लॉट बिक्री मामले में पिता-पुत्र द्वारा अन्य लोगों के साथ कथित मिलीभगत से लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जांच के बाद राजदीप सिंह और उसके पिता सुखमंदर सिंह निवासी कुलार नगर मोगा के खिलाफ थाना सिटी मोगा में धोखाधड़ी और कथित मिलीभगत का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इस मामले की जांच सहायक थानेदार चरणजीत कौर कर रही हैं।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला पुलिस प्रमुख मोगा को दिए गए शिकायत पत्र में उसकी पत्नी प्रिया विक्रम सिंह ने कहा कि उसके पति विक्रमजीत सिंह ने राजदीप सिंह के पिता सुखमंदर सिंह के साथ मिलकर उसकी 8 मरले 5 सरसही 12 वर्ग फुट जमीन कुलार नगर मोगा में प्लॉट का सौदा 16 दिसंबर 2019 को 3 लाख रुपये में किया था, जिसमें से उन्हें ढाई लाख रुपये मिले, लेकिन बाद में सुखमंदर सिंह ने जगह की रजिस्ट्री नहीं कराई। जब उनसे बात की गई, तो उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे राजदीप सिंह के माध्यम से उनकी मलकीयत वाली जमीन 16 मरला साढे 5 सरसही की रजिस्ट्री प्रिया के नाम करवा देंगे और 5 मार्च 2021 को जमीन की रजिस्ट्री प्रिया के नाम करवा के उसने गवाहों के सामने 8 लाख 70 हजार रुपए नकद ले लिए और उक्त प्लॉट का कब्जा भी हमें दे दिया, लेकिन रजिस्ट्री करवाने के बाद दोनों पिता-पुत्रों ने कथित मिलीभगत करके हरजिंदर सिंह नजदीक बंद फाटक मोगा के प्लॉट को अपना प्लॉट बता के उस में निशानी बना दी।
जब यह बात हरजिंदर सिंह को पता चली तो उस ने उसके पति विक्रमजीत सिंह को बताया कि यह प्लॉट उसका है। उन्होंने कहा कि वह उक्त प्लाट को देखना चाहते थे, जब वह उक्त प्लाट को बेचने के लिए दिखाने लगे तो हरजिंदर सिंह ने उक्त प्लाट में निशानियां उखाड़ ली और कहा कि वह उनका प्लाट देख लें, जिस पर पंचायती तौर पर दोनों पुत्र-पिता से बातचीत की और हरजिंदर सिंह के घर भी गए, तो वह उन्हें धमकाने लगे। इस प्रकार कथित मिलीभगत से पिता-पुत्र ने दूसरे के प्लॉट को अपना प्लॉट बता कर लाखों रुपये लेकर पीड़ितों से धोखाधड़ी की है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस प्रमुख मोगा ने जांच के आदेश दिये, जिसकी जांच एस.पी.बी.आई मोगा द्वारा की गई। जांच अधिकारी ने दोनों पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया। जांच के बाद शिकायतकर्ता के आरोप सही पाए गए, कानूनी राय लेने के बाद कथित आरोपी के खिलाफ थाना सिटी मोगा में मामला दर्ज किया गया, फिलहाल गिरफ्तारी बाकी है।