Edited By Urmila,Updated: 19 Aug, 2024 03:11 PM
![the 40 year old tradition of raksha bandhan in punjab continues](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_8image_15_10_300698198rakhi-ll.jpg)
राखी का त्योहार हर भाई-बहन के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है। रक्षा बंधन पर बहन चाहे कहीं भी हो वह अपने भाई को राखी बांधने आती है।
बमियाल/दीनानगर, (हरजिंदर सिंह गोराया): राखी का त्योहार हर भाई-बहन के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है। रक्षा बंधन पर बहन चाहे कहीं भी हो वह अपने भाई को राखी बांधने आती है, लेकिन फौजी भाई रक्षा कर रहे हैं। फौजी भाई देश की सरहदों पर अपने सख्त ड्यूटी के कारण अपनी बहनों से दूर हैं इसलिए जीरो लाइन पर स्थित सिंबल स्कोल गांव की महिलाओं ने फौजी भाइयों को राखी बांधी। वहीं शहीद परिवार सुरक्षा परिषद की ओर से उन्होंने अपने साथियों के साथ 1971 के युद्ध में शहीद हुए वायरलेस ऑपरेटर कंवलजीत के स्मारक पर राखी बांधी। 40 साल पहले शहीद की बहन की मौत के बाद भी यह सिलसिला जारी रहा।
जिस कारण राखी बांधने आई महिलाओं ने शहीद स्मारक पर राखी बांधकर अपनी खुशी का इजहार किया। इस बारे में बात करते हुए राखी बांधने आई महिला ने आंखों में आंसू भरते हुए कहा कि आज वह अपने फौजी भाइयों को राखी बांधकर बहुत खुश है और इस परंपरा को कायम भी रख रही हैं। इसकी शुरुआत 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए कमलजीत की बहन ने उनके स्मारक पर राखी बांधकर की थी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एवं परिषद सदस्य उपस्थित थे।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/15_10_578547662rakhi-1.jpg)
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here