Edited By Kalash,Updated: 07 Dec, 2025 02:35 PM

जिस देश में ग्रहण दिखाई नहीं देता, वहां उसका कोई धार्मिक महत्व नहीं होता और न ही उसका कोई प्रभाव होता है।
जैतो (रघुनंदन पराशर): साल 2026 में 2 सूर्य और 2 चंद्र ग्रहण समेत कुल चार ग्रहण होंगे। यह जानकारी स्वर्गीय प्रसिद्ध पंडित कल्याण स्वरूप शास्त्री विद्यालंकार के बेटे पंडित शिवकुमार शर्मा ने जैतो में दी। उन्होंने बताया कि पहला सूर्य ग्रहण मंगलवार, 17 फरवरी, 2026 को लगेगा। यह ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिणी चिली और अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। यह भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा।
दूसरा पूर्ण सूर्य ग्रहण बुधवार, 12 अगस्त, 2026 को लगेगा। यह एक महत्वपूर्ण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जिसका रास्ता ग्रीनलैंड, आइसलैंड, स्पेन और पुर्तगाल से होकर गुजरेगा। यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा। तीसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण मंगलवार, 3 मार्च, 2026 को लगेगा। यह ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका और यूरोप में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। इसका सूतक काल वैध होगा। चौथा आंशिक चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 28 अगस्त, 2026 को लगेगा। यह ग्रहण उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा। यह भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा। पंडित शिवकुमार शर्मा ने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि जिस देश में ग्रहण दिखाई नहीं देता, वहां उसका कोई धार्मिक महत्व नहीं होता और न ही उसका कोई प्रभाव होता है।
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