Edited By Sunita sarangal,Updated: 06 Dec, 2021 11:31 AM

साहित्य अकादमी अवार्ड 2020 के साथ नवाजे गए शिरोमणि पंजाबी साहित्यकार गुरदेव सिंह रुपाणा ने आज अपने.......
श्री मुक्तसर साहिब(कुलदीप ऋणी/पवन): साहित्य अकादमी अवार्ड 2020 के साथ नवाजे गए शिरोमणि पंजाबी साहित्यकार गुरदेव सिंह रुपाणा ने आज अपने पैतृक गांव रुपाणा में अपने घर में अंतिम सांस ली। गुरदेव सिंह रुपाणा की कहानियों की पुस्तक आम-खास को साहित्य अकादमी अवार्ड 2020 मिला। वह छाती के संक्रमण से पीड़ित थे। गुरदेव सिंह रुपाणा ने अपनी पहली छोटी कहानी द्रौपदी तब लिखी जब वह 10वीं में थे। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय श्री मुक्तसर साहिब के कालेज में अध्यापक के तौर पर सेवाएं दीं और इसके बाद वह दिल्ली चले गए। दिल्ली के स्कूल में लगातार स्कूल अध्यापक के तौर पर सेवा निभाई। वह साहित्य के साथ लगातार जुड़े रहे। उन्होंने चार नोवल जलदेव, श्री पारवा, गोरी, आसो दा टब्बर पंजाबी साहित्य जगत को दिए। इसके इलावा डिफेंस लायन, रांझा वारिस, आम-खास आदि कहानियों की पुस्तकें भी लिखीं। गुरदेव सिंह रुपाणा को अलग-अलग सम्मान भी इस क्षेत्र में मिले। उनका अंतिम संस्कार आज 6 दिसंबर दिन सोमवार बाद दोपहर गांव रुपाणा में किया जाएगा।
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