सचखंड श्री दरबार साहिब में सोने की लगी पत्रियों को लेकर सेवा आरंभ

Edited By Urmila,Updated: 22 Mar, 2022 11:47 AM

service started for washing of gold in sachkhand shri harimander sahib

सचखंड श्री दरबार साहिब में लगे सोने की धुलाई की सेवा आरंभ की गई है। यह सेवा भाई महेन्दर सिंह प्रमुख गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था बर्मिंघम (इंगलैंड) वालों की तरफ से ...

अमृतसर (गुरिन्दर सागर): सचखंड श्री दरबार साहिब में लगे सोने की धुलाई की सेवा आरंभ की गई है। यह सेवा भाई महेन्दर सिंह प्रमुख गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था बर्मिंघम (इंगलैंड) वालों की तरफ से करवाई जा रही है। हवा में प्रदूषण कारण सोने के पत्रों की चमक खराब हो जाती है, धुलाई के बाद चमक वापिस लौट आती है। जिक्रयोग्य है कि भाई महेन्दर सिंह को पहले भी सचखंड श्री दरबार साहिब पर जून 1984 में हुए सैनिक हमले के बाद खराब हुए बाहरी पत्रियों पर सोने की सेवा सौंपी गई थी, जो उन्होंने संगत के सहयोग के साथ श्री दरबार साहिब की इमारत पर लगे पत्रियों पर नया सोना चढ़वा कर की। यह सेवा 1999 में खालसा की 300वीं जयंती के शताब्दी वर्ष के समय पूरी हुई थी। भाई महेन्दर सिंह ने संगत के सहयोग के साथ मुकम्मल की थी। सोने की चमक को बरकरार रखने के लिए धुलाई की सेवा भी करते आ रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः बड़ा फैसलाः भगत सिंह के शहीदी दिवस पर भगवंत मान ने पंजाब में किया छुट्टी का ऐलान

इस मौके पर शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि गुरु राम दास जी के पवित्र तीर्थ सचखंड श्री दरबार साहिब में सोने की सफाई और रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाता है और समय-समय इस की धुलाई का कार्य भाई महेन्दर सिंह बर्मिंघम वालों की तरफ से संगत के सहयोग के साथ किया जाता है। उन्होंने कहा कि बारिश और प्रदूषण के कारण समय के साथ सोने की चमक कम होती जाती है, जिससे सफाई जरूरी हो जाती है। इस बार कोरोना के चलते करीब 2 वर्ष की अवधि के बाद यह सेवा की गई है। उन्होंने कहा कि यह सेवा गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था द्वारा की जाती है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने गुरु नानक निष्काम सेवक जत्थे के भक्तों को धन्यवाद दिया और आशा व्यक्त की कि वे इसी तरह गुरु घर की सेवा करते रहेंगे।

यह भी पढ़ेंः 'केसरी रंग' ने बदली पंजाब में आम आदमी पार्टी की पहचान

इस बीच, गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था बर्मिंघम के एक सेवक भाई इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जत्थे ने 1995 से 1999 तक पहली बार पत्रों की सेवा शुरू की थी और तब से वे सोने की धुलाई में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह सेवा करीब 10-12 दिनों तक जारी रहेगी जिसके तहत मंदिर के बाहरी हिस्से पर लगे सोने को प्राकृतिक रूप से धोया जाएगा।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Related Story

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!