Edited By Subhash Kapoor,Updated: 20 Jul, 2024 12:03 AM
शहर के विभिन्न लाखों से मिल रहे डेंगू के लारवा की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू के छिटपुट मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। इसके अलावा एक बड़ी संख्या मरीजों की सामने आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में डेंगू के...
लुधियाना (सहगल ) : शहर के विभिन्न लाखों से मिल रहे डेंगू के लारवा की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू के छिटपुट मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। इसके अलावा एक बड़ी संख्या मरीजों की सामने आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। सिविल सर्जन डा. जसबीर सिंह औलख ने बताया कि विभाग द्वारा विभाग की टीमों द्वारा लोगों को डेंगू से बचाव के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। जिले में "हर शुक्रवार, डेंगू पर वार" अभियान के तहत डेंगू विरोधी गतिविधियां लगातार की जा रही हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ. जसबीर सिंह औलख ने बताया कि जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के खिलाफ काम कर रही 295 टीमों द्वारा 19348 घरों और 21 सरकारी संस्थानों में मच्छरों के लारवा के लिए 36243 कंटेनरों की जांच की गई, जिनमें से 58 कंटेनरों में डेंगू के मच्छर का लारवा पाया गया जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए टीमें सरकारी, अर्धसरकारी, गैरसरकारी संगठनों, विभिन्न संस्थानों, घरों, दुकानों, ग्रामीण इलाकों में झुग्गी झोपड़ियों आदि तक पहुंच रही हैं और शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन जागरूकता लाने के लिए जांच की जा रही है।
सिविल सर्जन औलख ने कहा कि लोगों को चाहिए कि वह भी हर शुक्रवार को डेंगू पर वार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए गए नियमों का पालन करना चाहिए जिसके तहत प्रत्येक शुक्रवार को कूलर, गमले, रेफ्रिजरेटर ट्रे आदि स्थानों को साफ कर सुखाना चाहिए और अपने घरों के आसपास बारिश का पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए।
सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच मुफ्त
सरकार द्वारा डेंगू की जांच एवं इलाज पूर्णतया निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है और जरूरत पड़ने पर इसका अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. शीतल नारंग की देखरेख में एंटी-लारवा टीमों ने लुधियाना शहर के विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों का दौरा किया और मौके पर ही लुधियाना शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर जाकर मच्छरों के प्रजनन की जाँच की, जहां लारवा पाए गए उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया और दवा का छिड़काव करने के अलावा लोगों को डेगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के संबंध में स्वास्थ्य शिक्षा दी गई।