Edited By Tania pathak,Updated: 04 Apr, 2021 12:46 PM

सरकारी बसों में महिलाओं की ओर से मुफ्त सफर का किराया पंजाब रोजवेज पंजाब सरकार से क्लेम करेगा...
होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): पंजाब रोडवेज होशियारपुर डिपो में तैनात जनरल मैनेजर रंजीत सिंह बग्गा के अनुसार सरकारी बसों में महिलाओं की ओर से मुफ्त सफर का किराया पंजाब रोजवेज पंजाब सरकार से क्लेम करेगा। उन्होंने बताया कि सभी बसों की इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीनों को अपडेट कर दिया गया है। यात्रा के दौरान महिला यात्री जब ओरीजनल पहचान पत्र दिखाएंगी तो उन्हें टिकट मिलेगी पर उसमें किराया शून्य दिखेगा, जो कंडक्टर की मशीन में अपडेट रहेगा। महीने के अंत में रोडवेज विभाग सरकार से इस राशि का क्लेम करेगा।
परिवहन विभाग की रहती है सभी सरकारी बसों पर पैनी नजर
बस में यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार, ड्राइवर की तरफ से तेज गति में बस चलाने, नशा करके बस चलाने अथवा दुर्घटना आदि की सूरत में यात्री पैनिक बटन दबाकर मदद की गुहार लगा सकते हैं, जिससे परिवहन विभाग की पैनी नजर सभी सरकारी बसों पर रहती है। यही नहीं बस ड्राइवर व कंडक्टर के साथ बस की सही पोजीशन पर भी परिवहन विभाग की नजर हर पल रहती है।
पैनिक बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से है जुड़ा
गौरतलब है कि बसों में पैनिक बटन लग जाने के बाद सभी बसें पंजाब सरकार की तरफ से बनाए गए विशेष नियंत्रण कक्ष से जुड़ी हुई हैं। यात्रा के दौरान यदि कोई यात्री पैनिक बटन दबाता है तो तुरंत नियंत्रण कक्ष में बस नंबर, स्टाफ का नाम एवं लोकेशन के साथ एक मैसेज फ्लैश हो जाता है। बटन व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़े होने से बस की लोकेशन के मुताबिक पविहन विभाग की तरफ से तुरंत आपात स्थिति से न सिर्फ बस यात्रियों को सहायता उपलब्ध करवाई जाती है, बल्कि हादसा होने पर समय पर राहत व बचाव कार्य भी समय पर निपटाने में मदद मिलती है।
ऐसे काम करता है बसों में पैनिक बटन
बसों में लगे पैनिक बटन न केवल पंजाब, बल्कि देश में कहीं भी बस के चले जाने पर काम करेगा। बसों में दुर्व्यवहार, ड्राइवर की तरफ से तेज गति में बस चलाने, नशा करके बस चलाने या दुर्घटना आदि की सूरत में यात्री पैनिक बटन दबा सकेंगे। एमरजैंसी के हालात में बटन दबाने पर इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष तक पहुंचेगी। इसके बाद तुरंत नियंत्रण कक्ष बस चालक से संपर्क साध लेता है। जी.एम. बग्गा ने बताया कि सभी सरकारी बसों में पैनिक बटन लगाए गए हैं, जिनका प्रयोग महिला मुसाफिर मुसीबत की स्थिति में कर सकती हैं, जिसके बाद उन्हें अपेक्षित सहायता दी जाएगी। कंट्रोल रूम, बस स्टैंड पर सी.सी.टी.वी. कैमरे और बसों में वाहन ट्रैकिंग व्यवस्था जैसे जरूरी प्रबंध पहले ही किए जा चुके हैं।