Edited By Vatika,Updated: 02 Sep, 2025 09:22 AM

पंजाब में बाढ़ के हालात पूरी तरह बिगड़ चुके हैं। माझा और दोआबा में बाढ़ से मरने वालों की
चंडीगढ़/होशियारपुर: पंजाब में बाढ़ के हालात पूरी तरह बिगड़ चुके हैं। माझा और दोआबा में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। होशियारपुर में भारी बारिश से 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 लोगों की मौत घर की छत गिरने से हुई, जबकि 3 लोग लगातार बारिश के कारण आए बाढ़ के पानी में डूब गए। इस त्रासदी पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रभावित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की तुरंत आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
बाढ़ के कारण 1 अगस्त से 1 सितंबर तक कुल 36 लोगों की मौत होने की जानकारी पंजाब सरकार ने जारी की है। जारी आंकड़ों के अनुसार बाढ़ से अमृतसर में 3, बरनाला में 3, बठिंडा में 1, गुरदासपुर में 1, होशियारपुर में 7, लुधियाना में 3, मानसा में 3, पठानकोट में 6, पटियाला में 1, रोपड़ में 3, एस.ए.एस. नगर में 1 और संगरूर में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। पठानकोट में 3 व्यक्ति अभी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। इस समय पंजाब के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। इनमें अमृतसर, बरनाला, फाजिल्का, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, मानसा, मोगा, पठानकोट और एस.ए.एस. नगर शामिल हैं। बाढ़ ने पंजाब के 1044 गांवों को बुरी तरह प्रभावित किया है। इनमें अमृतसर के 88, बरनाला के 24, फाजिल्का के 72, फिरोजपुर के 76, गुरदासपुर के 321, होशियारपुर के 94, जालंधर के 55, कपूरथला के 115, मानसा के 77, मोगा के 39 और पठानकोट के 82 गांव शामिल हैं।
माझा और दोआबा के बाद अब घग्गर नदी के जरिए मालवा क्षेत्र में बाढ़ तबाही मचाने की तैयारी कर रही है। सुखना झील के फ्लड गेट तीसरी बार खोल दिए गए हैं। दूसरी ओर, शिवालिक पहाड़ियों और चंडीगढ़ में हो रही तेज बारिश से घग्गर नदी में 26 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है, जिससे घग्गर का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। पटियाला जिले के घनौर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव लाछड़ू कलां में स्थिति बेहद नाजुक है। घग्गर नदी के कमजोर किनारों को मजबूत करने के लिए 3 ट्रालियों में 300 से ज्यादा मिट्टी की बोरियां मौके पर भेजी गई हैं। इसी तरह पंजाब-हरियाणा सीमा से लगे रामनगर बैरियर के पास घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से केवल 3 इंच नीचे है, जिसके कारण पंजाब और हरियाणा के इलाकों में दहशत का माहौल है।