Edited By Urmila,Updated: 18 Feb, 2025 04:27 PM
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पंजाब सरकार ने मिशन जीवनजोत और बेसहारा बच्चों के लिए चालू वर्ष 2024-25 के अंतर्गत 15.95 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने मिशन जीवनजोत और बेसहारा बच्चों के लिए चालू वर्ष 2024-25 के अंतर्गत 15.95 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह बात सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने किया। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने बच्चों को भीख मांगने से बचाने के लिए 8 जुलाई, 2024 से जीवनजोत परियोजना शुरू की है। यह परियोजना जिला स्तरीय टास्क फोर्स के माध्यम से लागू की जा रही है।
इसका लक्ष्य भीख मांगने में लिप्त बच्चों को बचाना, उनका पुनर्वास करना है। डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि विभाग बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के बचपन को बचाने के लिए प्रोजेक्ट जीवनजोत मुहिम चलाई जा रही है। विभिन्न जिलों में चलाई गई इस मुहिम दौरान जुलाई से अब तक 268 बच्चों को भीख मांगने से बचाया गया है। पंजाब सरकार ने जुवेनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्डर्न एक्ट 2015 के तहत राज्य में 7 सरकारी बाल गृहों और 39 गैर-सरकारी गृहों को पंजीकृत किया है, जो अनाथ, असहाय और सुपुर्द किए बच्चों की देखभाल प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही गुरदासपुर और मलेरकोटला में बेसहारा बच्चों के लिए दो नए गृह बनाने जा रही है। मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने लोगों से अपील की कि भीख मांगने वाले बच्चों व बाल मजदूरों के शोषण संबंधी सूचना अपने जिले की जिला बाल संरक्षण इकाई या बाल कल्याण कमेटी तथा विभाग द्वारा चलाए जा रहे चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के माध्यम से दी जा सकती है। विभाग बाल अधिकारों एवं संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार बच्चों के कल्याण और सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।
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