Edited By Subhash Kapoor,Updated: 30 Mar, 2025 07:27 PM

मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से जैसे ही भ्रष्ट तहसीलदारों के खिलाफ प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए हैं। वैसे वैसे कुछ भ्रष्ट तहसीलदारों के काले कारनामें सामने आ रहे हैं जिससे हजारों की संख्या में लोगों को परेशानी का...
अमृतसर (नीरज): मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से जैसे ही भ्रष्ट तहसीलदारों के खिलाफ प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए हैं। वैसे वैसे कुछ भ्रष्ट तहसीलदारों के काले कारनामें सामने आ रहे हैं जिससे हजारों की संख्या में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार शहरी पटवार सर्कल 110 की जमाबंदी तो तीन वर्ष देरी से चल ही रही है, वहीं शहरी पटवार सर्कल सुल्तानविंड अर्बन की जमाबंदी भी एक वर्ष से ज्यादा देरी से चल रही है और अभी तक उसकी पड़ताल भी पूरी नहीं हुई है। डीसी साक्षी साहनी के समक्ष मामला सामने आने के बाद जब प्रशासन हरकत में आया तो जमाबंदी बनाने की कार्रवाई तेज कर दी गई। जानकारी के अनुसार इस जमाबंदी को बनने की देरी होने में भी पूर्व तहसीलदार मनजीत सिंह का ही नाम सामने आया है। जमाबंदी बनाने वाले पटवारी जतिन्दर सिंह ने बताया कि उसको अक्तूबर 2024 और दिसम्बर 2024 के दौरान लगभग एक हजार इंतकाल दिए गए, जिसके चलते जमाबंदी बनाने में देरी हुई है फिलहाल इस जमाबंदी की कानूनगो हरिन्दर सिंह बुट्टर की तरफ से पड़ताल की जा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से सख्त आदेश जारी करते हुए तहसीलदारों व पटवारियों को 4 अप्रैल तक सभी इंतकाल दर्ज करने व मंजूर करने के आदेश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि जो कर्मचारी या अधिकारी तय समय तक इंतकाल दर्ज व मंजूर नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा इस मामले में कोई भी लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाएगी।