Edited By swetha,Updated: 07 Nov, 2019 08:52 AM

विधानसभा के विशेष सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि हम श्री गुरु नानक देव जी के उपदेशों से विमुख होते जा रहे हैं।
चंडीगढ़(अश्वनी): विधानसभा के विशेष सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि हम श्री गुरु नानक देव जी के उपदेशों से विमुख होते जा रहे हैं। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर सदन के सभी सदस्यों को कम से कम यह प्रण करना चाहिए कि दसवंध की परंपरा को पूरी शिद्दत से अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि कमाई के दसवें हिस्से को सुल्तानपुर लोधी के नाम निकाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने करीब 550 साल पहले उस समय ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत’ का उपदेश दिया जब प्रदूषण जैसी समस्या नहीं थी। आज हमने गुरु के उस उपदेश को भुला दिया है। पंजाब प्रदूषण से ग्रस्त है। जाहिर है कि हवा खराब होगी तो गुरु का निरादर होगा। मां-पिता को तकलीफ होगी। इसलिए हमें प्रण करना चाहिए कि सिख समुदाय गुरु के बताए रास्ते पर चले।
भावुक हुए बादल ने अनजाने में किसी का दिल दुखाने पर मांगी माफी
अपने भाषण के दौरान प्रकाश सिंह बादल भावुक भी हुए। उन्होंने कहा कि मेरी उम्र 93 साल हो गई है। तबीयत नासाज होने के बाद भी श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर विधानसभा का विशेष सत्र होने के कारण इसमें शामिल हुआ हूं। पंजाब विधानसभा से मेरा काफी गहरा और लम्बा नाता रहा है। अगर मैंने जाने-अनजाने किसी का भी दिल दुखाया हो या नुक्सान पहुंचा हो तो हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।