Edited By Urmila,Updated: 29 Sep, 2024 10:29 AM
पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ के इस्तीफे की खबर से पंजाब में तो राजीतिक हलचल हुई ही है।
चंडीगढ़ (राजा हरिश्चंद्र): पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ के इस्तीफे की खबर से पंजाब में तो राजीतिक हलचल हुई ही है, पड़ोसी राज्यों हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पार्टी की कारगुजारी भी अछूती नहीं रहेगी। हालांकि 2 हफ्ते पहले ही जाखड़ ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करके प्रधान पद छोड़ने की बात कही थी। उन्होंने अमित शाह से भी कहा था कि उनका विकल्प जल्द ढूंढा जाए क्योंकि वह अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी ज्यादा देर नहीं निभा पाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव तक इंतजार करने को कहा था। मगर इन राज्यों के चुनाव से हफ्ता भर पहले ही जाखड़ के इस्तीफे की खबर सामने आ गई। इससे दोनों पड़ोसी चुनावी राज्यों में भाजपा के चुनाव प्रचार पर असर पड़ा है। इस पूरे प्रकरण में खुद जाखड़ द्वारा सामने न आने से पार्टी की ज्यादा किरकिरी हो रही है। अक्सर सोशल मीडिया या प्रैस कांफ्रेंस के जरिए अपनी बात रखन वाले जाखड़ अपने इस्तीफे को लेकर मौन हैं। वह न तो इसकी पुष्टि कर रहे हैं और न ही अब तक इसका खंडन किया है।
इस बीच पार्टी कैडर जाखड़ द्वारा इस मामले में कोई स्पष्टीकरण न देने से नाराज होने लगा है। पार्टी कैडर इस्तीफे को लेकर जाखड़ से ज्यादा उनके बचाव में आगे आने वाले नेताओं से नाराज है जो प्रैस नोट या वीडियो जारी कर इस्तीफे की खबर का जोर-शोर से खंडन कर रहे हैं।
उनका कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने बाहर से आए नेताओं को प्रधान पद जैसी बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर कैडर को नाराज किया, लेकिन अब प्रधान पद से इस्तीफे को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनाकर उसी नेतृत्व की हालत हास्यास्पद बना दी गई है।
दोआबा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर यहां तक कहा कि पहले पद छोड़ने की बात कह कर अब अगले महीने चुनाव के बाद पद जाता देख कर प्रदेश प्रधान ने खुद ही ये खबर उड़ाई है। इस बीच भाजपा नेतृत्व ने पार्टी में उठे इस राजनीतिक संकट को देखकर प्रदेश प्रभारी को पंजाब भेजने का फैसला किया है। एक प्रदेश महासचिव ने बताया कि वह 30 सितंबर को चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं।
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