Edited By Mohit,Updated: 30 Jul, 2020 08:25 PM
पाकिस्तान में वीरवार को दूसरी बार अमर शहीद उधम सिंह का 80वां शहीदी दिवस मनाया गया।
होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): पाकिस्तान में वीरवार को दूसरी बार अमर शहीद उधम सिंह का 80वां शहीदी दिवस मनाया गया। लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के डैमोक्रैटिक हॉल में वीरवार दोपहर के समय शहीद भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन पाकिस्तान की तरफ से आयोजित 80 वें शहीद दिवस समागम की अध्यक्षता पाकिस्तान सुप्रिम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट व फऊंडेशन के संरक्षक एडवोकेट अब्दुल राशिद कुरैशी ने की। श्रद्घांजलि समारोह के बाद कैंडल मार्च निकाल शहीद उधम सिंह को याद किया गया।
इस अवसर पर शहीद भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन के चेयरमैन इम्तयाज राशिद कुरैशी ने अमर शहीद उधमसिंह की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर समारोह को संबोधिथ करते हुए कहा कि शहीद उधमसिंह का जन्म 26 दिसंबर 1899 को वर्तमान भारत के पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम कस्बे में हुआ था। उधमसिंह ने 13 अपैल 1919 को जलियांवाला बाग में हुए कत्लेआम का बदला लेने के लिए जलियांवाला बाग के आरोपी माइकल ओ डायर को 13 मार्च 1940 को उसी की जमीन पर जाकर मारा। मारने के बाद उधमसिंह ने वहां से भागने की कोशिश नहीं की, बल्कि गिरफ्तारी दे दी। उन पर मुकदमा चला ओर चार जून 1940 को उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया। 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई।
उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह की ही तरह शहीद उधम सिंह का स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते हंसते अपने प्राणों कीआहुति दे दी। हमें उनके जीवन से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए। आज हम जो आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वो इन्हीं अमर शहीदों की देन है। इस अवसर पर रजा जुल्करैन, सैयद मंजूर अली, सैयद अलमस हैदर, मोहम्मद बशीर, जलील अहमद खान, मोहम्मद इकबाल मुगल, अशरफ चीमा, कमर अंजुम इंकलाबी, जलील अहमद सहित भारी संख्या में वकील व लाहौर के गणमान्य लोग उपस्थित हो शहीद उधम सिंह को श्रद्घांजलि अर्पित की।