Edited By Updated: 28 Mar, 2017 02:33 PM
कोतवाली पुलिस ने जाली डिग्रियों का कारोबार करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है जो जाली डिग्रियों के बदले मोटी राशि वसूल करता था।
भटिंडा: कोतवाली पुलिस ने जाली डिग्रियों का कारोबार करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है जो जाली डिग्रियों के बदले मोटी राशि वसूल करता था। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने गिरोह के कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अभी तक इसकी अधिकृत तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी।
आरोपियों में एक स्कूल व दूसरा आइलैट्स सैंटर का मालिक
इस मामले में शामिल एक आरोपी भटिंडा में एक हाई स्कूल चलाता है जिसकी आड़ में ही वह जाली डिग्रियों व सर्टीफिकेटों का धंधा करता था। इसी प्रकार दूसरा आरोपी भी पावर हाऊस रोड पर एक आइलैट्स सैंटर चलाता है। उक्त लोग भोले-भाले युवकों को 10वीं, 12वीं के सर्टीफिकेट व ग्रैजुएशन की असली डिग्री दिलवाने का झांसा देकर उससे मोटी राशि ले लेते थे, जबकि बाद में उसे जाली सर्टीफिकेट व डिग्री थमा दी जाती थी।
क्या है जाली डिग्री मामला
संदीप कुमार निवासी भटिंडा द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार वह 10वीं तक पढ़ा है। उसने 12वीं करने के लिए कुछ लोगों की तलाश की तो उसका संपर्क हर्ष कुमार व दविंद्र कुमार निवासी भटिंडा के साथ हुआ। उक्त लोगों ने उसे अशोक कुमार मास्टर निवासी ऐलनाबाद तथा प्रिंस निवासी सिरसा के साथ मिलाया। इन लोगों ने एक गिरोह बनाया हुआ है जो जाली डिग्रियां व सर्टीफिकेट बेचता है। उसने बताया कि उक्त लोगों ने उससे 12वीं कक्षा के सर्टीफिकेट के लिए 20 हजार रुपए की मांग की जिसके तहत 6 हजार रुपए एडवांस दिए गए, जबकि बाकी 14 हजार रुपए सर्टीफिकेट मिलने के बाद देना तय हुआ। आरोपियों ने 6 हजार रुपए लेकर उसे 12वीं कक्षा का सर्टीफिकेट सौंप दिया लेकिन मार्कशीट अभी बाकी है।
12वीं का सर्टीफिकेट 20 हजार तथा ग्रैजुएशन की डिग्री 50 हजार की
सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने सभी कक्षाओं के सर्टीफिकेट देने के बदले बकायदा रेट तय किए हुए थे जिसके तहत 10वीं व 12वीं के सर्टीफिकेट का रेट 20 हजार रुपए, जबकि ग्रैजुएशन के एवज में 50 हजार रुपए वसूल किए जाते थे। आरोपी ग्राहकों को यह रेट फिक्स ही बताते थे व इनमें कोई रियायत नहीं की जाती थी, क्योंकि वे उक्त डिग्रियों को असली कहकर ही देते थे व पूरी गारंटी भी लेते थे।
ओपन स्कूल यू.पी. के देते थे सर्टीफिकेट
आरोपी अपने ग्राहकों को 10वीं व 12वीं के जो सर्टीफिकेट देते थे वह ओपन स्कूल राष्ट्रमुक्त विद्यालय शिक्षण संस्थान नोयडा, उत्तर प्रदेश द्वारा जारी दिखाते थे। संभावना है कि इनका उक्त शिक्षण संस्थानों के साथ कोई संबंध नहीं होगा। फिर भी पुलिस अपनी पड़ताल में इन संस्थानों में भी जांच कर रही है।
क्या कहती है पुलिस
थाना कोतवाली के प्रभारी हरबंस सिंह ने बताया कि 5 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जिनमें एक अज्ञात आरोपी भी शामिल है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है जिसके परिणाम जल्द सामने आएंगे।