Edited By Kamini,Updated: 18 Nov, 2023 02:58 PM

पंजाब पुलिस के रिटायर्ड एसीपी व एसएचओ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
लुधियाना (तरूण) : लुधियाना के रिटायर्ड ए सी पी व एस एच ओ के खिलाफ थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने केस दर्ज किया है। पीड़ित का आरोप है कि उस पर बिना छानबीन के गलत एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। रिटा. ए.सी.पी. ने अवैध रूप से उसका पिस्टल रखा। 2017 में केस जीतने पर कई बार थाने के चक्कर काटने के बावजूद उसे पिस्टल नहीं मिला तो उसे पता चला कि रिटा. ए.सी.पी. ने पिस्टल निजी तौर पर अपने पास रखा हुआ है। जिसके बाद पीडि़त ने पुलिस उच्चधिकारियों से गुहार लगाई और ज्वाइंट सी.पी. रवचरण सिंह बराड़ ने जांच पड़ताल की। जिसके बाद पीडि़त जसप्रीत सिंह के बयान पर थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने रिटायर्ड ए.सी.पी. रंधीर सिंह व एस.एच.ओ. सतीश कुमार के खिलाफ धारा 166-ए,177,192,193,199,219,409 व आर्मज एक्ट के अधीन केस दर्ज किया है।
पीडि़त जसप्रीत सिंह ने बताया कि 2015 में रंजिशन पड़ोसी ने उस पर हवाई फायरिंग की शिकायत दी। उस वक्त रिटायर्ड ए.सी.पी. रंधीर सिंह थाना प्रभारी के पद पर थाना डिवीजन नं. 3 में तैनात थे। जिन्होंने बिना जांच पड़ताल के उस पर केस दर्ज कर दिया। 2017 में केस अदालत की ओर से वह जीत गया। जिसके बाद वह थाने में पिस्टल लेने गया तो 2017 में मौजुदा प्रभारी हरजिन्द्र सिंह ने बताया कि मालखाने में उसका कोई पिस्टल जमा नहीं है। उसे पूरा मालखाना दिखाया गया। हरजिन्द्र सिंह की ट्रांसफर के बाद सतीश कुमार ने थाने का चार्ज संभाला। जिसने 2019 में रिटा. ए.सी.पी. रंधीर सिंह के साथ मिलकर मालखाने में पिस्टल रख दिया। पीड़ित का कहना है कि इस बात का खुलासा ज्वाइंट सी.पी. रवचरण सिंह बराड़ की जांच में हुआ है।
रिटायर्ड ए.सी.पी. को पंसद आया था पिस्टल
पीड़ित जसप्रीत सिंह ने बताया कि उसके पास जो पिस्टल है वो मॅाडीफाई किया हुआ था। उसका पिस्टल देखने में खूबसूरत है। 2015 में केस दर्ज करने के दौरान रंधीर सिंह ने उसे पिस्टल बेचने की बात बोली थी। तब उसने पिस्टल बेचने से इंकार कर दिया। जिस कारण पिस्टल रखने की चाहत में रंधीर सिंह ने उस पर केस दर्ज कर दिया। उस पर पिस्टल को बेचने का दबाव बनाया गया था।
मैं बेकसूर हूं - मुंशी के पास होती है मालखाने की चाबियां : SHO सतीश कुमार
थाना डिवीजन नंबर 3 के तत्कालीन थाना प्रभारी सतीश कुमार जुलाई 2019 से फरवरी 2021 के बीच थाने में बतौर SHO तैनात थे। वर्तमान में सतीश कुमार होशियारपुर में थाना प्रभारी है।
सतीश कुमार से मोबाइल के जरिए संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वह बेकसूर हैं। मालखाने की चाबियां मुंशी मलकीत के पास थी। जिसने रिटा. एसीपी के साथ मिलीभगत की है। उन्हें इस केस में बेवजह फंसाया जा रहा है। उन्होंने ज्वाइंट सी.पी. को जांच में पूरा सहयोग दिया था। परंतु डी.ए. लीगल की राय के बाद उस पर केस दर्ज कर दिया गया है। जबकि इस केस में रिटा. ए सी पी के साथ मलकीत सिंह मिला हुआ था। जिस पर अमानत व ख्यानत के आरोप में 2020 में थाना डिवीजन नं 3 में केस दर्ज है। जबकि 2022 में विजीलैंस की ओर से मलकीत पर केस दर्ज किया गया है।
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