Edited By Tania pathak,Updated: 18 Nov, 2020 05:38 PM
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब के इसका सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें ही हुआ है क्योंकि उन्हें उनकी फसलों का सही कीमत नहीं दी गई...
पंजाब: पंजाब आंकड़ों के अनुसार अभी तक धान की फसल की आमद 208 लाख मीट्रिक टन हुई है। इस बार लगभग 38 लाख मीट्रिक टन अधिक आमद हुई है। किसानों के मुताबिक इसका सबसे बड़ा कारण बाकी राज्यों से धान की फसल आना है। इस बार पंजाब और हरियाणा में 26 सितंबर से धान की खरीद शुरू कर दी गई थी जबकि अन्य राज्यों में एक नवंबर से यह काम शुरू किया गया था।
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब के इसका सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें ही हुआ है क्योंकि उन्हें उनकी फसलों का सही कीमत नहीं दी गई। उनके मुताबिक पहले पंजाब के उनकी धान की फसल पर ध्यान न दिया गया और फिर पंजाब के किसानों को मजबूरी में कम दामों पर धान की फसल बेचनी पड़ी। ऐसे में इसका सीधा असर उन्हें हो रहा है।
दूसरी ओर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि इस बार धान की खरीद पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक की गई है। पंजाब में 196 लाख टन से अधिक धान की खरीद की गई है। पिछले साल इस समय तक देश में 233 लाख टन से अधिक धान की खरीद की गई थी।