Edited By Urmila,Updated: 19 Jun, 2024 06:57 PM
लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों में दल-बदल जारी था। कई सीनियर नेताओं ने अपनी पार्टी का हाथ छोड़ दूसरी पार्टी का दामन थामा।
पंजाब डेस्क: लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों में दल-बदल जारी था। कई सीनियर नेताओं ने अपनी पार्टी का हाथ छोड़ दूसरी पार्टी का दामन थामा। ऐसे में कांग्रेस भी चर्चा में रही। अंदरूनी कलह के चलते कुछ कांग्रेसी नेताओं ने भी दल-बदल जारी रखा। लुधियाना में एक बार फिर कांग्रेस में हलचल सी नजर आ रही है जिसके चलते साफ देखा जा सकता है कि पार्टी में गुटबाजी जोर पकड़ रही है।
जानकारी के अनुसार 17 जून को अमेठी के सांसद किशोरी लाल लुधियाना पहुंचे। उनके स्वागत के लिए शहर में स्वागती बोर्ड लगाए गए। इन बोर्डों में जिला प्रधान संजय तलवार और पंजाब प्रदेश प्रधान व सांसद बने अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की तस्वीरें नजर नहीं लगाई गई। वहीं बता दें कि सांसद किशोरी लाल का लुधियाना में 17 जून से 19 जून तक दौरा था। इस दौरान राजा वड़िंग उनसे मिलने भी नहीं पहुंचे। आपको बता दें कि किशोरी लाल गांधी परिवार के बहुत करीबी हैं।
इसी तरह जब राजा वड़िंग ने लोकसभा चुनाव के चलते लुधियाना सीट से उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े तो उन्होंने जीत हासिल की। इसी जीत की खुशी में उन्होंने शहर में लोगों का धन्यवाद करने के लिए बोर्ड लगाए जिसमें भारत भूषण आशू गायब थे।
ऐसे में साफ देखा जा रहा है कि कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। लुधियाना सीट पर राजा वड़िंग की जीत के बाद गुटबाजी और बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव की टिकट पहले भारत भूषण आशू को देने पर चर्चा चल रही थी। राजा वड़िंग के लोकसभा जीत हासिल करने के बाद आशू ने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट भी शेयर की है जिसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं।
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