Edited By Subhash Kapoor,Updated: 21 Mar, 2023 08:02 PM

शहर के प्रमुख मैडीसन विशेषज्ञ डा. गौरव सचदेवा व गायनाकोलोजिस्ट डा. भावना सचदेवा के बेटे एवं सतपाल मित्तल स्कूल में छठी कक्षा के विद्यार्थी पंशुल सचदेवा ने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो बुजुर्गों की जिंदगी को आसान करने एवं उनकी रोजाना की जरूरतों को पूरा...
लुधियाना (विक्की) : शहर के प्रमुख मैडीसन विशेषज्ञ डा. गौरव सचदेवा व गायनाकोलोजिस्ट डा. भावना सचदेवा के बेटे एवं सतपाल मित्तल स्कूल में छठी कक्षा के विद्यार्थी पंशुल सचदेवा ने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो बुजुर्गों की जिंदगी को आसान करने एवं उनकी रोजाना की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता रखता है। दूसरे शब्दों में कहें तो छात्र पंशुल द्वारा विकसित किया गया यह रोबोट बुर्जुगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। डा. गौरव सचदेवा ने उक्त जानकारी देते बताया कि उनके बेटे द्वारा तैयार किए इस ‘एलडरली हेल्पिंग रोबोट’ को इंडिया बुक आफ रिकाडर्स में दर्ज किया गया है।
बुजुर्गो को रिमाइंडर्स देने, पानी देने व टेंपरेचर को रेग्युलेट करने जैसी डे टू डे एक्टिविटीज में मदद करने के लिए बनाया गया है। इस रोबोट में मेन कंट्रोलर, मूवमेंट के लिए जॉनसन मोटर, पावर के लिए 12 वॉट बैटरी, दो हीटिंग पैड, वीडियो कम्यूनिकेशन व मॉनिटरिंग के लिए स्क्रीन व व्यक्ति को फॉलो व ट्रैक करने के लिए कैमरा इस्तेमाल किया गया है। वहीं यह रोबोट वीडियो कॉल के जरिए व्यक्ति से कम्यूनिकेट भी कर सकता है। ठंडे पानी को गर्म करने व गर्मी में ठंडी हवा, मेडिटेशन रिमाइंडर देने, व्यक्ति को मॉनिटर करने, उसके लिए दवाइयां व फूड कैरी करने का काम भी यह रोबोट करेगा। यदि व्यक्ति आउट ऑफ रेंज हुआ तो यह घड़ी के जरिए नोटिफाई भी करेगा।