Edited By Vatika,Updated: 08 Dec, 2025 05:29 PM

जंगी बाबा ने प्रेस से भी बताया कि उन्होंने SSP बठिंडा को ..
बठिंडा(विजय वर्मा): मंडी कोटफत्ता में दो साल पहले मासूम दलित भाई–बहन की बलि देने के सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी तांत्रिक लखविंदर सिंह उर्फ लखी के दो साल से फरार रहने पर अदालत ने कड़ा रुख अपनाया है। आरोपी 18 सितंबर 2023 को फरलो पर जेल से बाहर आया था और वापिस समर्पण न करके फरार हो गया। इस दौरान उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होते रहे, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। इस गंभीर लापरवाही पर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट श्री हरीश कुमार ने कहा कि यह पुलिस की कार्रवाई और कानून-व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है।
अदालत में गवाह परनजीत सिंह जंगी बाबा कोटफत्ता ने पेश होकर कहा कि मुख्य आरोपी खुलेआम इलाके में घूम रहा है। पुलिस को कई बार सूचना देने के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। जंगी बाबा ने प्रेस से भी बताया कि उन्होंने SSP बठिंडा को पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली के खिलाफ लिखित शिकायत दी है और आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने डिप्टी कमिश्नर/कलेक्टर मानसा को आरोपी के जमानती सरताज सिंह की संपत्ति जब्त करने के भी आदेश जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार लखविंदर सिंह ने फरलो के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए थे और निर्धारित तारीख को केंद्रिय जेल बठिंडा में आत्मसमर्पण करने की बजाय फरार हो गया था। दो साल से पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में विफल रही है। इस पर अदालत ने SSP बठिंडा को सख्त निर्देश दिए हैं कि वारंट तामील न होने के कारणों सहित पूरी तस्दीक रिपोर्ट अगली सुनवाई पर अदालत में पेश की जाए।