Edited By Kalash,Updated: 13 Jul, 2025 12:18 PM

जुलाई के शुरूआती दिनों की भारी बारिश के बाद अब महीने के दूसरे पखवाड़े में मानसून कुछ धीमा पड़ रहा है।
चंडीगढ़ (अधीर रोहाल): जुलाई के शुरूआती दिनों की भारी बारिश के बाद अब महीने के दूसरे पखवाड़े में मानसून कुछ धीमा पड़ रहा है। पिछले दो दिनों से मानसून के बरसने के लिए अनुकूल परिस्थितयां अब विपरीत हुई हैं। इस वजह से चंडीगढ़ समेत आसपास के एरिया में अच्छी बारिश के आसार थोड़ा कमजोर हुए हैं। हालांकि मौसम विभाग ने 14 और 17 जुलाई के लिए ब्लू अलर्ट जारी करते हुए बारिश की चेतावनी जरूरी दी है, लेकिन मानसून टर्फ और हवाओं की रुख इन संभावनाओं को धुंधला सकते हैं। आने वाले दिनों में बारिश कम होने की वजह से उमस लोगों को फिर तंग कर सकती है।
मानसून की बारिश के लिए जरूरी कारणों से मिलने वाली मदद कम होने से अब बारिश कम हुई है। अप्पर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बारिश के लिए इन दिनों मददगार नहीं है। हरियाणा के ऊपर मानसून टर्फ भी साऊथ से नार्थ की ओर तो है, लेकिन हवाएं बरसात करने वाले भारी बादलों को पूर्व की ओर ले जा रही है। यही वजह है कि इन दिनों उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और हिमाचल में अच्छी बारिश हो रही है, लेकिन वीरवार के बाद उत्तर भारत में चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा में बारिश कम हुई है।
10 दिनों में आधी रह गई सामान्य से ज्यादा बारिश
27 जून से 2 जुलाई के बाद हुई भारी बारिश के बाद शहर में सामान्य से 62 फीसदी तक ज्यादा बारिश हो चुकी थी। अभी तक पहली जून से 12 जुलाई के बीच हुई कुल बारिश 337.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, लेकिन 10 दिन पहले तक सामान्य से 62 फीसदी तक ज्यादा हो चुकी बारिश अब गिरकर सामान्य से सिर्फ 30.2 फीसदी ही ज्यादा है। आने वाले कुछ दिनों में मानसून कमजोर पड़ने की स्थिति में शहर में इस सौजन की कुल बारिश में और कमी आ सकती है।
2008 में शुरूआती भारी बारिश के बाद सूखे थे जुलाई और अगस्त
चंडीगढ़ शहर में भारी बारिश से मानसून की शुरूआत के बाद कई बार मानसून धीमा हुआ है। 2008 में मौसम में ये बदलाव सबसे ज्यादा देखने को मिला था। उस साल जून के आखिर में मानसून आने के बाद 15 जुलाई के बाद मानसून पूरी तरह से कमजोर पड़ गया। जुलाई में कम बारिश के बाद उस साल अगस्त का महीना अब तक की बरसात के दिनों का सबसे सूखा महीना गिना जाता है।
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