Edited By Kalash,Updated: 06 Aug, 2025 02:57 PM

मरीजों को अच्छा और एडवांस इलाज मिल सके।
चंडीगढ़ (पाल): सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो नवंबर तक शहर को पी.जी.आई. में बन रहा न्यूरो साइंस सेंटर मिल सकेगा। डिप्टी डायरेक्टर पंकज राय का कहना है कि कोशिश है कि नवंबर महीने तक प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए, लेकिन उपकरणों की खरीद की वजह इसमें सबसे बड़ी देरी की वजह बन रही है। हमारे कोशिश बेहतर से बेहतर उपकरण खरीदने की है ताकि मरीजों को अच्छा और एडवांस इलाज मिल सके। अगर इसमें किसी भी कारण से देरी होती भी है तो ओ.पी.डी. सुविधाएं यहां हम पहले शुरु कर देंगे। जहां तक मैनपावर का सवाल हो तो न्यूरो साइंस सेंटर के लिए 399 पद, मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर के लिए 357 पद मांगे गए हैं। इन पदों में फैकल्टी, नर्सिंग, पैरा मेडिकल, एच.ए., सुरक्षा कर्मचारी व अन्य स्टाफ के पद शामिल हैं।
पी.जी.आई. न्यूरो साइंस सेंटर के लिए एडवांस टैक्नोलॉजी के उपकरण खरीदने की कोशिश में हैं लेकिन हालिया स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी ने इसे रिजेक्ट कर दिया था। पी. जी. आई, कैंपस में बन रहे न्यूरोसाइंस सेंटर के लिए बेहद एडवांस उपकरण खरीदना चाहता है जिसमे ए.आई बेस्ड उपकरण शामिल है। संस्थान ए.आई. बेस्ड पेट स्कैन लेना चाहता है जिसकी कीमत 75 करोड़ के आसपास है। कमेटी ने यह कहकर मंजूरी नहीं दी कि इसकी कीमत बहुत ज्यादा है। साल 2021 तक इनके पूरा होने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन बढ़ते फंड की वजह से और ज्यादा देरी हुई। अब उम्मीद की जा रही है कि नवंबर तक ये सैंटर शुरू हो सकेगा।
तीन साल में दोगुने हुए न्यूरो साइंस के मरीज
न्यूरोलॉजी विभाग पी.जी.आई. के चुनिंदा विभागों में से एक हैं जहां मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा रहती है। न्यूरोलॉजी ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या 300 से 400 तक पहुंच जाती हैं। पिछले तीन साल के आंकड़े देखें तो मरीजों की संख्या दुगनी हो गई है। साल 2021 में जहां मरीजों की संख्या 44,662 थी। साल 2022 में मरीजों की संख्या 68457 पहुंच गई जबकि साल 2023 में मरीजों की संख्या 82587 तक रिकार्ड हुई। पी.जी.आई. में न्यूरो साइंस सेंटर में खुलने के साथ ही न्यूरो सर्जरी व न्यूरोलॉजी के मरीजों का इलाज एक ही जगह होगा। 6 मंजिला बनने वाले इस सेंटर में 300 बेड की सुविधा है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here