Edited By Vatika,Updated: 02 Nov, 2024 10:01 AM
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सी.बी.एस.ई. स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ
चंडीगढ़: केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सी.बी.एस.ई. स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ चुनावों के बारे में भी जानेंगे। चुनाव की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए स्कूलों में डैमोक्रेसी क्लब बनाए जाएंगे। लोकतंत्र को मजबूत करने और स्कूलों से ही चुनावी साक्षरता बढ़ाने के लिए यह पहल की जा रही है।
बच्चों को इसके जरिए नेतृत्व के गुर भी बताए जाएंगे। सी.बी.एस.ई. ने देशभर के सभी संबद्ध स्कूलों को गाइडलाइन जारी कर दी हैं, जिसके आधार पर स्कूल कार्यक्रम तय करेंगे। गाइडलाइन के जरिए बच्चों की लोकतंत्र में प्रभावी भूमिका तय की जाएगी। यह देखने में आया है कि कई दशकों से नेतृत्व करने वालों में कमी पढ़े-लिखे और आपराधिक क्षेत्रों में शामिल रहने लोगों की भागीदारी बढ़ी है। ऐसे में लेोकतंत्र के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसे देखते हुए लोगों को चुनावी तौर पर साक्षर करना, लोकतंत्र के मूल्यों की जानकारी देना जरूरी हो गय है। सी.बी.एस.ई. ने स्कूल स्तर पर ही शुरूआत का निर्णय लिय है। केन्द्रीय चुनाव आयोग की सहभागिता से यह मुहिम शुरू की गई है। यह पहल इसलिए है, ताकि स्कूलों के बच्चों में नागरिक सहभागिता, लोकतांत्रिक भागीदारी, आलोचनात्मक सोच, सक्रिय नागरिकता और चुनावी साक्षरता को बढ़ावा मिल सके। चुनावी क्लब लोकतांत्रिक मूल्यों, प्रक्रिया में सक्रिया भागीदारी और जिम्मेदार नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए मंच के रूप में काम करेंगे।
मॉक इलैक्शन से समझेंगे मतदान प्रक्रिया
बच्चों को मॉक या डमी इलैक्शन के माध्यम से प्रचार, मतदान व मतगणना के चरणों की जानकारी दी जाएगी। लोकतंत्र, शासन, चुनावी सुधार और प्रासंगिक समसामयिक मामलों पर वाद-विवाद, पैनल चर्चा और खुले मंच आयोजित किए जाएंगे। चुनाव अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों को अनुभवों, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के महत्व और लोकतांत्रिक शासन पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया जाएगा।
बोलने की प्रभावी क्षमता विकसित होगी
चुनावी क्लब के माध्यम से ऐसा माहौल तैयार किया जाएगा कि बच्चों में बोलने की क्षमता विकसित होगी। चुनावी क्लबों और लोकतंत्र क्लबों में सभी बच्चों सदस्य बन सकेंगे। स्कूलों को क्लब गतिविधियों के संचालन और देख-रेख के लिए सलाहकार या समन्वयक नियुक्त किए जाएंगे।