Edited By Kamini,Updated: 18 Jul, 2025 06:45 PM

इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रोफेसर की पत्नी को ज्वाइंट अकाउंट से ट्रांजेक्शन का एसएमएस अलर्ट मिला।
लुधियाना (राज) : गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी (गड़वासू) के प्रोफेसर डॉ. दलपत सिंह साइबर ठगों का शिकार हो गए। खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और आईपीएस अधिकारी बताकर ठगों ने उन्हें न सिर्फ वीडियो कॉल के जरिए धमकाया, बल्कि मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) केस में फंसाने की धमकी देकर करीब 14 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा। इस दौरान प्रोफेसर से करीब 20 लाख रुपए की ठगी की गई।
CBI अधिकारी बनकर दी धमकी
डॉ. दलपत सिंह को पहली कॉल 2 जुलाई को आई, जिसमें कॉलर ने खुद को CBI अधिकारी बताया। इसके बाद वीडियो कॉल पर फर्जी दस्तावेज और पहचान दिखाकर उन्हें डराया गया कि वे एक गंभीर केस ह्यूमन ट्रैफिकिंग में फंसे हुए हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए उनसे तत्काल रकम की मांग की गई। डरे हुए प्रोफेसर ने पत्नी के साथ जॉइंट अकाउंट से 10 लाख रुपए RTGS के जरिए ठगों को ट्रांसफर कर दिए।
पढ़ाते रहे ऑनलाइन
डिजिटल अरेस्ट के दौरान प्रोफेसर ने ऑनलाइन क्लासेज लेना जारी रखा, ताकि किसी को शक न हो। ठगों ने उन्हें धमकाया कि अगर उन्होंने किसी को इस बारे में बताया, तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। 15 जुलाई को एक और वीडियो कॉल आई, इस बार कॉलर ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया और 10 लाख रुपए और मांगे। डर के चलते प्रोफेसर ने बैंक ऑफ बड़ौदा से लोन लेकर रकम ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दी।
पत्नी को SMS अलर्ट से हुआ खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रोफेसर की पत्नी को ज्वाइंट अकाउंट से ट्रांजेक्शन का एसएमएस अलर्ट मिला। उन्होंने पति से बात की और पूरी जानकारी ली। इसके बाद दोनों साइबर सेल थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। थाना साइबर सेल के एसएचओ सतवीर सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की पहचान के लिए तकनीकी जांच की जा रही है। जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई है, उनकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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