Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Dec, 2020 02:35 PM
पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपना विस्तार करने के लिए अलग-अलग.....
जालंधर(सोनू): आज आम आदमी पार्टी ने पंजाब के लोगों के साथ खड़े होने की कसम खाई है। उन्होंने कसम खाई है कि वे किसानों के साथ तब तक खड़े रहेंगे जब तक उन्हें पूरी तरह से इंसाफ नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यवहार शुरू से ही गैर-जिम्मेदाराना रहा है। उन्होंने मोदी से आग्रह किया कि वे किसानों की बात मानें और काले कृषि कानूनों को वापिस लें।
पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपना विस्तार करने के लिए अलग-अलग शहरों में मीटिंग करनी शुरू कर दी है। जालंधर में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की और पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब के अलग-अलग जिलों में पार्टी के विस्तार के लिए कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पंजाब में पार्टी को मजबूत कर रहे हैं।
किसानी मुद्दे पर बोलते हुए चीमा ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ हैं और वे किसानों की सेवाओं के लिए दिल्ली बॉर्डर पर जाकर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह बिल लाई है और अपने अड़ियल रवैया दिखाते हुए वह इस बिल को रद्द नहीं कर रही है जिससे साफ जाहिर होता है कि पूंजी पतियों के दबाव के नीचे प्रधानमंत्री कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद भी मानती है कि कृषि कानून 80 प्रतिशत तक गलत है और यदि ऐसा है तो वे इस कानून को रद्द क्यों नहीं कर देती। उन्होंने कहा कि इन कृषि कानूनों को वापस लेने का भाजपा के पास अभी भी समय है।
चीमा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों की हिमायत की है और वह दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों को सभी तरह की सहायता पहुंचा रहे हैं। उन्होंने एक सत्र बुलाकर इस कृषि कानून की कॉपियां भी साड़ी थी जिससे उन्होंने किसानों के प्रति अपनी सहमति जताई है। चीमा ने साफ जाहिर किया कि किसान आंदोलन किसी पार्टी का आंदोलन नहीं है। यह किसानों का अपना आंदोलन है और उनकी पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ है।