Edited By swetha,Updated: 13 Dec, 2018 10:53 AM
नेताजी नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एन.आई.एस.) में अगले साल जुलाई से बी.एससी. कोर्स की शुरूआत होने जा रही है। इससे खिलाडियों को रिसर्च के आधार पर पढ़ाई करवाई जाएगी। ये पहली बार हो रहा है कि इंस्टीच्यूट बी.एससी. लैवल का कोर्स शुरू कर रहा है। इसकी...
पटियाला(प्रतिभा): नेताजी नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एन.आई.एस.) में अगले साल जुलाई से बी.एससी. कोर्स की शुरूआत होने जा रही है। इससे खिलाडियों को रिसर्च के आधार पर पढ़ाई करवाई जाएगी। ये पहली बार हो रहा है कि इंस्टीच्यूट बी.एससी. लैवल का कोर्स शुरू कर रहा है। इसकी वजह अकादमिक स्तर पर इंस्टीच्यूट का स्तर और भी ऊंचा उठाना है। ऐसे में एक बैचलर लैवल की डिग्री करके खिलाडियों की कोचिंग योग्यता के साथ ही अकादमिक योग्यता भी बढ़ेगी।
गौरतलब है कि एन.आई.एस. में अलग-अलग गेम्स के लिए डिप्लोमा कोर्स चल रहे हैं। हर साल सैंकड़ों खिलाड़ी यहां से डिप्लोमा हासिल करके निकलते हैं। ये करीब 17 खेल हैं, जिनमें डिप्लोमा कोर्स करवाया जाता है। इसके अलावा यहां एम.एससी. के कोर्स भी हैं। वहीं स्पोर्ट्स साइंस से जुड़े कोर्स हैं लेकिन बैचलर लैवल का कोर्स अभी तक यहां नहीं था। इसी वजह से अथॉरिटी ने ये कोर्स शुरू करने का फैसला लिया और अगले सैशन से यहां खिलाड़ी बी.एससी. भी कर पाएंगे।
4 गेम्स में होगी बी.एससी.
जानकारी के मुताबिक बी.एससी. डिग्री 4 गेम्स में करवाई जानी है। इसमें से 3 गेम्स को चुना जा चुका है और चौथी गेम पर अभी चर्चा चल रही है। इसमें एथलैटिक्स, बॉक्सिंग और हॉकी 3 गेम्स हैं, इनमें बी.एससी. डिग्री की जा सकेगी। वहीं फीस और अन्य सुविधाओं को लेकर भी बात चल रही है। योग्य स्टूडैंट्स 12वीं के बाद इस कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे। उसके लिए जरूरी नियम और गाइडलाइंस भी जल्द ही जारी कर दी जाएंगी। पहले फेज में 30 सीटें हर गेम के लिए तय की गई हैं।
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का फायदा
बता दें कि एन.आई.एस. में बेहतरीन और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर है। 2010 दिल्ली कॉमनवैल्थ गेम्स के दौरान यहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए गए। इसमें बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग, रैसलिंग और टेबल टैनिस के बेहतरीन हॉल बनाए गए। इसके अलावा एस्ट्रोटर्फ, सिंथैटिक ट्रैक भी लगाए गए। उसके बाद बॉस्केटबॉल हॉल व होस्टल आदि की रेनोवेशन और नए हॉल बनाए गए। यहां एथलैटिक्स, बॉक्सिंग, टेबल टैनिस, वेटलिफ्टिंग आदि के राष्ट्रीय कैंप तकरीबन सारा साल ही चलते हैं। वहीं इस इंफ्रास्ट्रक्चर का फायदा जहां राष्ट्रीय कैंपर को बहुत मिलता है, वहीं डिप्लोमा स्टूडैंट्स भी इसका फायदा ले रहे हैं। इसके बाद अब बी.एससी. स्टूडैंट्स को भी लाभ मिलेगा।
अकादमिक स्तर पर खिलाडिय़ों को फायदा मिलना चाहिए : ई.डी.
वहीं ई.डी. डा. एस.एस. रॉय ने बताया कि बी.एससी. डिग्री शुरू करने को लेकर पिछले कुछ समय से विचार चल रहा था, जोकि अब मंजूर हो चुका है और अगले सैशन से बी.एससी. शुरू हो रही है। खिलाडियों को सिर्फ पढ़ाकर और सिखाकर नहीं भेजना है बल्कि उन्हें हर पहलू से योग्य बनाना है, इसलिए बी.एससी. डिग्री शुरू की जा रही है। 3 गेम्स चुनी गई हैं और चौथी पर भी जल्द फैसला हो जाएगा।