Edited By Vatika,Updated: 14 Sep, 2024 04:47 PM
आरोप है कि इस एप के जरिए 6,000 करोड़ रुपए की आय हुई है
नेशनल डेस्कः महादेव सट्टा एप मामले को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में शुक्रवार को तीसरे दिन लगातार सुनवाई हुई। इस दौरान ई.डी. ने अपना पक्ष रखा, जिसके बाद मामले की अगली सुनवाई 19 सितंबर को होगी।
क्या है मामला
बता दें कि महादेव सट्टा एप के संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल (विदेशी नागरिक) ने रायपुर की विशेष अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। पता चला है कि आरोपियों के वकील ने अपने तथ्यों को सही साबित करने के लिए दाऊद से जुड़े एक केस का जिक्र करते हुए वारंट रद्द करने की मांग की। उनका आरोप है कि ईडी ने गलत जानकारी देकर गैर-जमानती वारंट जारी कराया है। सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ ED कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। ED कोर्ट द्वारा जारी इसी वारंट को आरोपियों ने सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल और किशोर श्रीवास्तव के जरिए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में चुनौती दी है। मामले की सुनवाई जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
पंजाब में चंद्र अग्रवाल पर था बैटिंग ऐप सिंडीकेट को फैलाने का जिम्मा
महादेव बैटिंग ऐप का संबंध सीधे तौर पर पंजाब से भी है क्योंकि रवि उप्पल तथा सौरव चंद्राकर का साथी चंद्र अग्रवाल पंजाब के जालंधर से संबंधित है। पता चला है कि चंद्र अग्रवाल के साथ मिलकर इन लोगों ने सट्टेबाजी के इस आनलाइन धंधे को खूब रंग दिया। जानकार तो यह भी बता रहे हैं कि पंजाब में भी करीब एक दर्जन कॉल सैंटर खोले गए थे तथा इस बैटिंग ऐप सिंडीकेट को पंजाब में लगातार फैलाने की कोशिश की जा रही थी। बड़े शातिर तरीके से गरीब व भोले-भाले लोगों को रातों-रात अमीर बनाने का लालच देकर उनसे मेहनत की कमाई सट्टे में लगवाई जाती थी, जिसके बाद ये लोग खुद अमीर हो गए और गरीब लोगों को और गरीब कर दिया। न जाने कितने ही घर इस आनलाइन जुए की भेंट चढ़ गए।
ऐसे पहुंचता था पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स तथा पोलिटिशियन तक पैसा
ई.डी. तथा अन्य जांच एजैंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक बैटिंग ऐप सिंडीकेट में अनिल दमानी का नाम भी सामने आया है, जो हवाला के जरिए आने वाले पैसे को बैटिंग ऐप में इस्तेमाल करता था। यही पुलिस, पालिटिशन और ब्यूरोक्रेटस तक पैसा पहुंचाता था ताकि गरीब लोगों से हो रहे इस लूट के धंधे को बदस्तूर जारी रखा जा सके। अनिल और सुनील दमानी दोनों भाई इस मामले में शामिल बताए जाते हैं तथा एफ.आई.आर. में इनका भी नाम है। ये दोनों हवाला का पैसा छत्तीसगढ़ पुलिस के कर्मचारी चंद्रभूषण वर्मा तक पहुंचाते थे, जो छत्तीसगढ़ के पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स तथा पालिटिशियन तक यह पैसा पहुंचाने का काम करता था।
ज्वैलरी शाप के माध्यम से चल रहा था हवाला कारोबार
जांच एजैंसियों से मिली जानकारी के बाद यह बात सामने आई है कि अनिल दमानी से पूछताछ की गई है, जिसमें उसने कहा है कि पिछले दो-तीन साल में उसने अपने भाई के साथ मिलकर रवि उप्पल के कहने पर करीब 65 करोड़ रुपए की हवाला ट्रांजैक्शन की है। इस ट्रांजैक्शन में अनिल दमानी को 6 लाख रुपए मिले। हवाला का कारोबार एक ज्वैलरी शॉप के जरिए चलाया जा रहा था। पता चला है कि जांच एजैंसियों ने जो सी.डी.आर. निकलवाई है, उसमें यह बात साफ हो गई है कि अनिल और सुनील का दुबई में बैठे रवि उप्पल के साथ लगातार संपर्क था।
महादेव ऐप से जुड़े सतीश चंद्राकर के नामी गैंगस्टर से संबंध
इस मामले में ई.डी. ने सतीश चंद्राकर नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जो कॉल सैंटर चला रहा था। बताया जा रहा है कि रवि उप्पल तथा सौरव चंद्राकर के इस मायाजाल में वह 5 प्रतिशत का हिस्सेदार था और उसका काम अवैध पैसे की ट्रांजैक्शन को संभालना था। ई.डी. को अभी तक की जांच में यह जानकारी मिली है कि सतीश चंद्राकर के संबंध नामी गैंगस्टर और ड्रग डॉन तपन सरकार के साथ भी हैं। इस मामले में ई.डी. ने असीम दास और छत्तीसगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया है। असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए बरामद हुए थे। और असीम दास ने यह कबूल किया था कि यह पैसा उसे दुबई से शुभम सोनी ने भेजा था। असीम दास ने यह भी बताया था कि महादेव ऐप से भूपेश बाघेल को कथित तौर पर 508 करोड़ रुपए मिले हैं।
यूं जुड़ा था चंद्र अग्रवाल रवि तथा सौरव के साथ
रवि उप्पल के बेहद करीबी तथा राइट हैंड बताए जाते सौरव चंद्राकर भी कोई कम शौकीन नहीं है। उसने भी पैसा उड़ाने में कभी कोई कमी नहीं छोड़ी। नगर निगम में एक पंप आप्रेटर का बेटा, जो कभी जूस की दुकान चलाता था, जो बाद में दुबई चला गया और उसने रवि उप्पल को भी 2019 में दुबई बुलाया था। वहां पर दोनों ने जब महादेव ऐप लांच की तो उसके बाद नए यूजर्स और फ्रैंचाइजी जोड़ने के लिए बकायदा विज्ञापन जारी किए। इसी विज्ञापन के माध्यम से जालंधर के रियल एस्टेट कारोबारी चंद्र अग्रवाल का इनसे मिलाप हुआ था। जानकारी मिली है कि फरवरी 2023 में सौरव चंद्राकर ने दुबई में आलीशान आयोजन किया, जिसमें उसकी शादी हुई। इस शादी पर करीब 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए। परिवार के लोगों को बकायदा नागपुर से दुबई ले जाने के लिए प्राइवेट जैट इस्तेमाल किया गया।