Edited By Subhash Kapoor,Updated: 19 Jul, 2025 12:57 AM

बरनाला नगर कौंसिल ने शहर के विकास कार्यों के लिए लगाए गए लगभग 23 करोड़ रुपये के टेंडरों को रद्द कर दिया है।
बरनाला (विवेक सिंधवानी, रवि): बरनाला नगर कौंसिल ने शहर के विकास कार्यों के लिए लगाए गए लगभग 23 करोड़ रुपये के टेंडरों को रद्द कर दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर कौंसिल के अध्यक्ष गुरजीत सिंह रामनिवासियां ने बताया कि यह फैसला ठेकेदारों द्वारा टेंडरों में पूलिंग (कार्टेलाइजेशन) किए जाने की जानकारी मिलने के बाद लिया गया है, जिसके कारण नगर कौंसिल को वित्तीय घाटा होने की आशंका थी।
अध्यक्ष गुरजीत सिंह रामनिवासियां ने स्पष्ट किया कि उन्हें पुख्ता सूचना मिली थी कि कुछ ठेकेदारों ने आपस में मिलकर टेंडर प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की है। पूलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ठेकेदार आपस में समझौता कर लेते हैं ताकि वे बोलियों (bids) को अपने हिसाब से प्रबंधित कर सकें और प्रतिस्पर्धा को खत्म कर सकें। इससे नगर कौंसिल को काम सस्ते में करवाने के बजाय, बढ़े हुए रेटों पर काम करवाना पड़ता, जिससे सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान होता।
उन्होंने कहा कि सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के सख्त निर्देश हैं कि टेंडरों में किसी भी प्रकार की पूलिंग नहीं होनी चाहिए। मीत हेयर ने पारदर्शी और निष्पक्ष टेंडर प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए लगातार जोर दिया है ताकि सरकारी फंडों का सही उपयोग हो सके और शहर के विकास कार्यों में कोई गड़बड़ी न हो।
नगर कौंसिल अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, "नगर कौंसिल के हितों को देखते हुए और सांसद मीत हेयर के निर्देशों का पालन करते हुए, मेरे द्वारा यह टेंडर रद्द कर दिए गए हैं।" उन्होंने बताया कि यह फैसला शहर के लोगों के पैसे को बचाने और विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए लिया गया है।
इस फैसले से शहर के विकास कार्यों में कुछ देरी हो सकती है, लेकिन नगर कौंसिल अध्यक्ष ने भरोसा दिलाया कि नए टेंडर जल्द ही जारी किए जाएंगे और इस बार यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो और किसी भी प्रकार की पूलिंग की गुंजाइश न रहे। उन्होंने कहा कि कौंसिल शहर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी कीमत पर लोगों के हितों को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।