Edited By Vatika,Updated: 28 Mar, 2020 12:20 PM

बारिश के बावजूद गुरु के साथ अथाह प्यार रखने वाली कुछ संगत ही श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक हुई और उन्होंने दर्शन करने साथ-साथ सेवा भी की।
अमृतसर(अनजान): बारिश के बावजूद गुरु के साथ अथाह प्यार रखने वाली कुछ संगत ही श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक हुई और उन्होंने दर्शन करने साथ-साथ सेवा भी की। परन्तु संगत की कम आमद कारण सचिवालय श्री अकाल तख्त साहिब वाला जोड़ा घर खुला होने के बावजूद भी कोई सेवक न होने के कारण बंद रहा। संगत जोड़े घर के बाहर जोड़े उतार कर दर्शन करने जातीं रही।
गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में रोजाना की तरह कीर्तन उपरांत हुक्मनामों की कथा हुई
श्री हरिमंदिर साहिब में स्थित गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल जहां रोजाना की हुक्मनामों की कथा होती है और कीर्तन होता है अपने निर्धारित समय अनुसार हो रही है। प्रात:काल अमृत समय पर श्री हरिमंदिर साहिन के हजूरी रागी जत्थे की तरफ से ईश्वरीय वाणी के कीर्तन उपरांत श्री हरिमंदिर साहिब के हैड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह ने हुक्मनामो की कथा सुनी।
पुलिस की क्यू.आर.टी. टीमें और डाक्टरी टीमें रही तैनात
श्री हरिमंदिर साहिब के इर्द गिर्द जहां पुलिस की क्यू. आर. टी. टीमों ने तैनात रह कर जनता प्रति अपने फर्ज निभाया। वहां सेहत विभाग और श्री गुरु रामदास चैरिटेबल अस्पताल की टीमें भी सैनीटाइजर साथ-साथ संगत की थर्मल स्क्रीनिंग करती रहीं।
संगत ने श्री हरिमंदिर साहिब से लंगर ले जाकर घर-घर बांटा
कोरोना के कहर कारण प्रभावित हुए बहुत सी आबादियों के लोग जो हर रोज दिहाड़ी कमा कर गुजारा करते थे वहां श्री हरिमंदिर साहिब द्वारा संगत के लिए हर रोज की तरह लंगर भेजा गया और प्रेमियों की तरफ से यह लंगर घर-घर जाकर बांटा गया।