Edited By Vatika,Updated: 07 May, 2019 01:25 PM

कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंजाब पुलिस एक जिम्मेदार संस्था है। पंजाब पुलिस का ध्येय और लक्ष्य अपराध रोकना, भारत के संविधान को अपने आधिकारिक क्षेत्रों में लागू करना, अपराधियों को कानून के दायरे में सजा दिलाना।
अमृतसर(संजीव): कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंजाब पुलिस एक जिम्मेदार संस्था है। पंजाब पुलिस का ध्येय और लक्ष्य अपराध रोकना, भारत के संविधान को अपने आधिकारिक क्षेत्रों में लागू करना, अपराधियों को कानून के दायरे में सजा दिलाना।
पंजाब सरकार पुलिस को हाईटैक करने के लिए हर वर्ष एक बड़े बजट का प्रावधान रखती है और पंजाब पुलिस के मुलाजिमों को आधुनिक हथियारों की सिखलाई के साथ-साथ नए वाहन भी दिए जा रहे हैं। पंजाब पुलिस यह दावा करती है कि वह हर स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है मगर अपने ही कारनामों के कारण सुर्खियों में रहने वाली पंजाब पुलिस को अभी भी बहुत से पहलूओं पर अपडेट होने की जरूरत है। पंजाब केसरी अपने पाठकों के लिए हर जानकारी एवं सूचनाएं जुटाने के लिए हर समय प्रयासरत रहती है। आज अमृतसर देहाती पुलिस के रिकार्ड से कुछ ऐसी जानकारियां जुटाई गई हैं जिनमें मारे गए गैंगस्टरों व जेलों में बंद गैंगस्टरों को अभी भी वांटेड लिस्ट में डाला गया है। लगातार सरकारी विभागों को उनकी गलतियों के बारे में चेताना व लोगों तक सही जानकारी देना ही पंजाब केसरी का मकसद है। रिपोर्ट के जरिए आज पाठकों को कुछ ऐसे तथ्य दिए जा रहे हैं जो पंजाब पुलिस की सरकारी वैबसाइट से लिए गए हैं।

2016 में नाभा जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी विक्की गौंडर व उसका साथी गैंगस्टर प्रेमा लाहौरिया आज भी देहाती पुलिस को वांटेड है। दोनों को पुलिस ने अपनी वैबसाइट पर वांटेड गैंगस्टरों की लिस्ट में डाल सूचना देने वाले को उचित ईनाम देने का पोस्टर डाल रखा है जबकि विडम्बना यह है कि दोनों ही गैंगस्टर राजस्थान, गंगानगर के गांव में हुए पुलिस एनकाऊंटर के दौरान मारे जा चुके हैं। विक्की गौंडर 2016 में अपने 5 साथियों के साथ जेल तोड़ कर फरार हो गया था। इसके बाद 2018 तक वह पुलिस से भागता रहा और एक दिन ऐसा आया कि पंजाब पुलिस ने सूचना के आधार पर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया जिस दौरान विक्की गौंडर ने अपने 2 साथियों के साथ पुलिस पर फायरिंग कर दी थी जिसमें विक्की गौंडर अपने दोनों साथियों के साथ मारा गया था और इस एनकाऊंटर में एक एस.आई. व एक ए.एस.आई. घायल हुआ था। वहीं एस.एस.पी. देहाती विक्रमजीत दुग्गल से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि अब यह उनके ध्यान में आ चुका है और जल्द ही देहाती पुलिस की वैबसाइट को अपडेट किया जाएगा। बकायदा इसके लिए विशेष टीम वैबसाइट के हर पहलू की जांच के बाद उसे समय-समय पर अपडेट करेगी।