Edited By Radhika Salwan,Updated: 25 Jul, 2024 07:20 PM
जिला जेल रूपनगर में एक युवक की रहस्यमय मौत को लेकर जेल के कैदियों ने जेल प्रशासन के खिलाफ हड़ताल शुरू कर दी है।
रूपनगर- जिला जेल रूपनगर में एक युवक की रहस्यमय मौत को लेकर जेल के कैदियों ने जेल प्रशासन के खिलाफ हड़ताल शुरू कर दी है। मृतक के परिजनों ने मौत का कारण कथित पिटाई बताया है। मामले की न्यायिक जांच शुरू हो रही है। हवालाती चरणप्रीत सिंह (40) निवासी कुबाहेड़ी जिला मोहाली एन. डी. पी. एस एक्ट के तहत रूपनगर जिला जेल में पिछले 14 महीनों से बंद था। उसकी मौत के बाद जेल में कैदियों और दोषियों ने हंगामा कर दिया और भूख हड़ताल कर जेल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
मामला बढ़ता देख जेल में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए, वहीं रूपनगर रेंज के आई.जी और आई.जी जेलों के समेत एस.एस.पी और डी.एस.पी जेल में पहुंचे। जेल में एक बंदी की मौत के चलते न्यायिक अधिकारी जांच में जुट गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक दोषी चरणप्रीत सिंह की जेल में मौत हुई है। मृतक चरणप्रीत सिंह निवासी कुबाहेड़ी, जिला मोहाली, 14 माह से डी. पी. सी अधिनियम के तहत रूपनगर जिला जेल में बंद कर था। मृतक के परिजनों का कहना है कि जेल में मोबाइल फोन की बरामदगी को लेकर जेल प्रशासन ने कुछ दोषियों की पिटाई की थी और चरणप्रीत सिंह की मौत का कारण भी जेल प्रशासन द्वारा की गई पिटाई है।
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जेल में नशा और मोबाइल फोन आम बात है और ये सभी चीजें जेल अधिकारी उपलब्ध कराते हैं, जिसके लिए वे हजारों रुपये लेते हैं। हवालाती की मौत और जेल में हंगामे की सूचना मिलने पर अन्य हवालातीयों के परिजन भी जेल के बाहर पहुंच गए और उन्हें जेल में अपने सदस्यों से मिले बिना ही वापस जाना पड़ा। हंगामे के कारण बंदियों की अदालतों में मैन्युअल पेशी भी नहीं हो सकी।
पुलिस ने मृतक के शव को सिविल अस्पताल रूपनगर के शवगृह में रखवा दिया है और कानूनी कार्रवाई जारी है, लेकिन मृतक के परिवार ने यहां पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और कहा कि पोस्टमार्टम पी. जी.आई चंडीगढ़ से कराया जाए। आई.जी. आर. के अरोड़ा ने कहा कि दोषी चरणप्रीत सिंह की तबीयत बिगड़ने पर उसे जेल में प्राथमिक उपचार के बाद रूपनगर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है, जिसमें सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक किसी भी जेल कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद दोषियों और कैदियों के विरोध को शांत कराया जा रहा है।