Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Aug, 2025 08:13 PM

पौंग डैम का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और अब यह खतरे के निशान के बहुत करीब पहुंच गया है, जिससे ब्यास दरिया के किनारे बसे गांवों के लोगों में भय का माहौल है। जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए आज शाम को पौंग बांध से 17620 टर्बाइनों और 42265 स्पिलवे गेट...
हाजीपुर (जोशी): पौंग डैम का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और अब यह खतरे के निशान के बहुत करीब पहुंच गया है, जिससे ब्यास दरिया के किनारे बसे गांवों के लोगों में भय का माहौल है। जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए आज शाम को पौंग बांध से 17620 टर्बाइनों और 42265 स्पिलवे गेट के माध्यम से कुल 59885 क्यूसेक पानी ब्यास दरिया में छोड़ा गया।
आज शाम 6 बजे पौंग डैम झील में पानी की आमद 1 लाख 66 हजार 222 क्यूसेक नोट की गई और डैम का जलस्तर 1381.10 फुट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से मात्र 9 फीट दूर है। शाह नहर बैराज से 48 हजार 160 क्यूसेक पानी ब्यास दरिया में और 11500 क्यूसेक पानी मुकेरियां हायडल नहर में छोड़ा जा रहा है जो गत दिनों से अधिक है।
पिछले कुछ दिनों से हिमाचल में भारी बारिश के कारण, डैम में पानी की आमद में बढ़ौतरी हुई है जिस से किसी भी समय भी अधिक पानी छोड़ा जा सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा ओर बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नदी के किनारे रहने वाले सभी निवासियों को तुरंत सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। यदि बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा, तो डैम के स्पिलवे गेटों को अधिक खोलना अनिवार्य हो जाएगा, जिससे ब्यास नदी में जल स्तर अचानक और तेज़ी से बढ़ेगा। इसका सीधा असर उन गांवों और कस्बों पर पड़ेगा जो नदी के एकदम करीब स्थित हैं। जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा है और सभी संभावित जोखिम वाले क्षेत्रों की लगातार निगरानी कर रहा है।