Edited By Sunita sarangal,Updated: 06 May, 2024 09:17 AM
हालात ऐसे बने हुए हैं कि शताब्दी में सफर करने के बावजूद समय पर दिल्ली पहुंचना आसान नहीं है
जालंधर: ट्रेनों के जरिए आरामदायक सफर करते हुए दिल्ली जाना हो तो सबसे पहले शताब्दी जैसी गाड़ी और बसों के जरिए जाने वाले यात्री वोल्वो के जरिए आरामदायक सफर करते हुए दिल्ली जाना पसंद करते हैं लेकिन इस समय हालात यह बने हुए हैं कि शताब्दी व वोल्वो का महंगा सफर भी यात्रियों को राहत नहीं दे पा रहा। यात्रियों को अधिक किराया खर्च करने के बावजूद परेशानियों वाला सफर करना पड़ रहा है।
शंभू रेलवे स्टेशन पर धरना देकर बैठे किसानों की वजह से अंबाला-अमृतसर रेल ट्रैक प्रभावित हो रहा है, वहीं हाइवे पर धरने के चलते बसों का सफर आसान नहीं रहा और यात्री दिक्कतें उठाने को मजबूर हैं। सड़क पर किसानों के प्रदर्शन के चलते बसों को घूमकर दिल्ली जाना पड़ रहा है जिससे अनुमानित 2 घंटें का अधिक समय लग रहा है।
हालात ऐसे बने हुए हैं कि शताब्दी में सफर करने के बावजूद समय पर दिल्ली पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि ट्रेनों के जरिए जाने वाले यात्रियों को साहनेवाल, चंडीगढ़ के रास्ते अंबाला पहुंचना पड़ रहा है जिसके बाद ट्रेनें आगे दिल्ली को रवाना की जा रही हैं। परेशानियां यहीं खत्म नहीं हो रही, क्योंकि लंबे रूट सहित विभिन्न कारणों के चलते कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 14 घंटे की देरी से जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंच रही हैं।
ट्रेनों के लेट होने के कारण यात्रियों को घंटों तक स्टेशन पर इंतजार करने को विवश होना पड़ रहा है। ऐसे ही हालात बस अड्डों पर भी देखने को मिल रहे हैं क्योंकि ट्रेनों के यात्री बसों की तरफ डाइवर्ट हो चुके है और वोल्वो बसों में सीटें न मिल पाने के कारण यात्रियों को अगली वोल्वो का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
गर्मी का प्रकोप शुरू हो चुका है और तापमान 40 डिग्री के पास पहुंच चुका है, ऐसे हालातों में बस अड्डे व रेलवे स्टेशन पर इंतजार करने वाले यात्री बेहाल हैं। जिन यात्रियों का दिल्ली जाना जरूरी है वह प्रतीक्षा करते हैं जबकि सफर टालना जिनके लिए संभव होता है वह वापस घरों को लौट रहे हैं।
पूछताछ केन्द्र के पास लग रहा भारी रश
ट्रेनों की जानकारी संबंधी लोगों की कतारें पूछताछ केन्द्र के पास देखने को मिल रही है। इसके चलते लोग पूछताछ केन्द्र के पास ही जमीन पर बैठ जाते हैं और आराम करने लगते हैं। यात्री अनिल यादव ने कहा कि मौके पर आने वाली ट्रेन के संबंध में लोगों को जानकारी उन्हें भी मिल जाती है। इसी के चलते लोग पूछताछ केन्द्र के पास ही बैठ जाते हैं। इस समय स्टेशन पर सबसे अधिक लोगों की लाइनें यहीं पर देखने को मिल रही हैं। ड्यूटी स्टॉफ को कुछ पल के लिए भी आराम नहीं मिल रहा।