लाल हुआ टमाटर, 5 से 50 रुपए किलो तक पहुंचे दाम

Edited By Vatika,Updated: 04 Jul, 2020 03:27 PM

tomatoes prices reach 5 to 50 rupees kg

कोविड-19 की दहशत के बीच जहां गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार आर्थिक मंदी से जूझ रहे हैं तो वहीं सब्जियों के दामों में आए भारी उछाल ने लोगों को और ज्यादा परेशान कर दिया है।

अमृतसर(नीरज): कोविड-19 की दहशत के बीच जहां गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार आर्थिक मंदी से जूझ रहे हैं तो वहीं सब्जियों के दामों में आए भारी उछाल ने लोगों को और ज्यादा परेशान कर दिया है। सब्जी मंडियों में टमाटर लाल होना शुरु हो गया है और एक सप्ताह में ही टमाटर के दाम दस गुना ज्यादा बढ़ गए हैं।

पांच रुपए प्रति किलो में बिकने वाला टमाटर इस समय 50 रुपए किलो में बिक रहा है और आने वाले दिनों में इसके दाम और ’यादा बढऩे की संभावना है। थोक मंडी में टमाटर की जो क्रेट 50 रुपए में बिक रही थी, वह इस समय 800 रुपए प्रति क्रेट बिक रही है, जबकि इस समय होटलों में भी कोई काम नहीं है और रैस्टोरैंट्स में भी कोई नहीं जाता है। लॉकडाउन शुरू होने से पहले की तुलना इस समय रैस्टोरैट्स आदि में 10 प्रतिशत भी लोग नहीं आ रहे हैं और टेकअवे भी कोई नहीं ले रहा है। इन हालातों में टमाटर के दामों में एकदम से भारी उछाल आना भी कई सवाल खड़े कर रहा है, कहीं टमाटर की ब्लैक तो शुरू नहीं हो गई? यह भी अफवाह चल रही है कि कुछ व्यापारियों ने सस्ते दामों में टमाटर खरीदकर इसको स्टोर कर लिया है और मंहगे दामों में बेचा जा रहा है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक किसी व्यापारिक संस्था ने नहीं की है, लेकिन यह सवाल बन रहा है कि टमाटर दूसरे रा’यों को भी सप्लाई नहीं किया जा रहा और होटलो रैस्टोरैंट्स में भी इसकी खप्त नहीं ऐसे में टमाटर कहां चला गया।

अनलॉक वन के बाद गली मौहल्लों में सब्जी विक्रेताओं की आमद हुई बंद 
अनलॉक-वन के बाद जैसे ही प्रचुन में सब्जी की दुकानें खोलने की आज्ञा दी गई और अवैध रूप से चल रही सब्जी मंडियां खुली तो गली मौहल्लों में सब्जी बेचने वाले सब्जी विक्रेताओं की आमद भी बिल्कुल कम हो गई है, जबकि कर्फ्यू व लॉकडाऊन के बीच रेहड़ी, ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा पर एक के पीछे एक सब्जी बेचने वाले आ रहे थे और लोगों को सब्जी खरीदने के लिए मिन्नते करते थे, लेकिन अनलॉक-वन के बाद हालात बिल्कुल बदल चुके हैं और अब अनलॉक टू में तो वैसे भी रात के 8 बजे तक दुकानों को खोलने की आज्ञा मिल चुकी है। ऐसे में आम जनता सब्जी खरीदने के लिए घरों से निकलने को मजबूर हो गई है।

किसानों ने टमाटर के खेतों पर चला दिए ट्रैक्टर
टमाटर की फसल मंडी में एकदम से गायब हो जाने व इसके दाम एक सप्ताह में दस गुणा ’यादा बढ़ जाने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान किसानों को टमटार की फसल का लागत मूल्य तक नहीं मिला। जब थोक मंडी में 25 किलो टमाटर की क्रेट 50 रुपये तक बिक गई तो किसानों को टमाटर पर आई लागत भी पूरी नहीं हुई लेबर तक का खर्चा भी टमाटर की फसल पर पूरा नहीं हुआ, ऊपर से मौसम में आए बदलाव के कारण धान की फसल की बीजाई भी 15 जून की बजाय 15 मई के आस-पास होनी शुरू हो गई, जिससे किसानों ने टमाटर की फसल पर ट्रैक्टर चला दिए और टमाटर को खेतों में ही मिलाकर खेतों में धान की फसल की बीजाई कर दी, क्योंकि धान की फसल की खरीद केन्द्र सरकार की तरफ से की जाती है इसलिए किसान धान की फसल में कोई रिस्क नहीं ले सकते हैं

15 के बाद शुरू होगा हिमाचल का टमाटर
 सब्जी व्यापारी गौरव बहल की मानें तो फिलहाल एक दो सप्ताह तक टमाटर के दाम सामान्य होने की संभावना नहीं है। इसमें 15 जुलाई के बाद हिमाचल के टमाटर की आमद शुरु हो सकती है, तब जाकर टमाटर के दाम सामान्य हो सकते हैं हालांकि इसमें भी बारिश खलल डाल सकती है। व्यापारी नेता ओमप्रकाश लाटी शाह की मानें तो हिमाचल से टमाटर की आमद होने के बाद इसके दाम सामान्य होंगे, क्योंकि पिछले वर्षों के दौरान पाकिस्तान को टमाटर का एक्सपोर्ट हो जाता था, इससे व्यापारियों व किसानों को फायदा होता था, लेकिन फरवरी2019 के बाद पाकिस्तान के साथ हर प्रकार का आयात-निर्यात इस समय बंद है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!